बीजिंग ने भारत और 19 अन्य देशों से आने वाले लोगों के लिए मेड-इन-चाइना कोरोना टीका अनिवार्य कर दिया है। इन देशों का अगर कोई नागरिक चीन की यात्रा करना चाहते हैं तो उसे पहले चीनी निर्मित कोविद -19 टीका लगवाना होगा। चीन के इस निर्णय के बाद भारतीय नागरिकों की मुश्किल बढ़ गई है, क्योंकि भारत में चीनी निर्मित टीके उपलब्ध नहीं हैं।
कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए चीन ने विदेशियों के लिए अपने दरवाजे बंद किए हुए हैं, वहीं अब कहा जा रहा है कि चीन उन चुनिंदा लोगों के लिए वीजा आवेदन खोलेगा, जिन्होंने चीन में बनी वैक्सीन लगवाई हो। नई दिल्ली में चीनी दूतावास द्वारा जारी किए गए एक नोटिस में कहा गया है: “ एक देश से दूसरे देश में लोगों की आवाजाही फिर से शुरू करने के उद्देश्य से 15 मार्च, 2021 से भारत में चीनी दूतावास और वाणिज्य दूतावास लोगों को चीन निर्मित COVID-19 वैक्सीन देंगे और उन लोगों को टीकाकरण का प्रमाण भी प्रदान किया जाएगा।”
चीन के राज्य संचालित ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक भारत, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, नाइजीरिया, ग्रीस, इटली, इज़राइल, नॉर्वे और इंडोनेशिया सहित 20 देशों में चीनी दूतावासों द्वारा इस तरह के नोटिस लगाए गए हैं। इसके अलावा दूतावास के बयान में कहा गया है कि यह नियम उन लोगों के लिए लागू होगा जो या तो वैक्सीन की दो खुराक ले चुके हैं या वीजा के लिए आवेदन करने से कम से कम 14 दिन पहले एक खुराक ले चुके हैं।
बताया जा रहा है कि जो विदेशी लोग भारत से चीन जाएंगे उन्हें यात्रा से पहले इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ डिक्लेरेशन भी जमा करना होगा वहीं इसके अलावा चीन पहुंचने पर वहां के लोकल प्रशासन की गाइडलाइंस के मुताबिक खुद को क्वारंटीन भी करना होगा।