IMD Weather News : मौसस विभाग के अधिकारी आरके जेनामणि ने बताया कि घने कोहरे के कारण दृश्यता 200 मीटर रह गई, जिससे सड़क और रेल परिवहन प्रभावित हुआ है। भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) के अधिकारी ने उपग्रह के जरिए ली गई तस्वीरें साझा की हैं, जिनमें भारत में गंगा के मैदानी क्षेत्रों व उससे लगते मध्य तथा पूर्वी भाग में कोहरे की मोटी परत दिख रही है। जेनामणि ने कहा कि भारत के उत्तरी व मध्य भागों में कोहरा छाया हुआ है, सूरज की किरणें नहीं आ रहीं जिससे विभिन्न स्थानों पर ठंडा दिन रहा या भीषण ठंड रही। दिल्ली के कई स्थानों पर शीत लहर (Cold Wave) दर्ज की गई।

इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI Airport) पर स्थित पालम वेधशाला ने बुधवार को सुबह साढ़े पांच बजे दृश्यता 200 मीटर दर्ज की। उन्होंने बताया कि बर्फ से ढके हिमालय से शुरू होकर मैदानों में आ रही सर्द हवाओं के कारण दिल्ली के प्रमुख मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में बुधवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन अंक नीचे लुढ़क गया। यह बुधवार को 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जबकि एक दिन पहले यह 8.5 डिग्री सेल्सियस था। जबकि अधिकतम तापमान भी औसत से तीन डिग्री नीचे 16.5 डिग्री दर्ज किया गया। दिल्ली के रिज में न्यूनतम तापमान 3.3 डिग्री, आया नगर में न्यूनतम तापमान4.4 लोधी रोड में 5.7 डिग्री दर्ज की गई।

उन्होंने संभावना जताई कि राष्ट्रीय राजधानी में अगले तीन दिन तक शीत लहर चलेगी और तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। दिल्ली में मंगलवार को लोधी रोड, पालम, जफरपुर और मयूर विहार समेत कई स्थानों पर अधिकतम तापमान में सामान्य से पांच अंकों की गिरावट के साथ ठंडा दिन दर्ज किया गया। आइएमडी ने बुधवार दोपहर को अगले तीन दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत में घने कोहरे (Dense Fog) और कड़ाके की सर्दी पड़ने की संभावना जताई है। आइएमडी के अनुमान के मुताबिक, अगले तीन दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत में शीत लहर जारी रहेगी और इसके बाद ही लोगों को कुछ राहत मिलेगी।

पश्चिमोत्तर भारत में कड़ाके की ठंड</strong>

पश्चिमोत्तर भारत के तराई सहित करीब 10 लाख वर्ग किलोमीटर के दायरे में छाए घने कोहरे की चादर ने सूरज की किरणों को धरती पर पहुंचने से रोक दिया। इससे पहाड़ ही नहीं मैदानों में भी ठिठुरन बढ़ गई है। कई मैदानी इलाकों में दिन का तापमान पहाड़ी इलाकों से भी कम दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अधिकारी आरके जेनामणि ने संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और आसपास, उत्तर प्रदेश व हिमाचल प्रदेश में ठंड व कोहरे को लेकर अगले तीन दिन के लिए की नारंगी चेतावनी जारी की गई है। उन्होंने बताया कि सात जनवरी को ताजा पश्चिमी विक्षोभ आने के साथ ही मौसम एक बार फिर करवट लेगा और ठंड से राहत मिलेगी। नए साल में कुछ दिन राहत देने के बाद पश्चिमोत्तर भारत में शीतलहर लौट आई है। जेनामणि ने बताया कि कोहरे की डेढ़ किलोमीटर मोटी चादर ने देश के कुछ पहाड़ी हिस्सों सहित पूरे गंगातटीय इलाके को ढक लिया है। उन्होंने बताया कि कोहरे की सघनता सबसे अधिक पंजाब में रही जहां तीन दिनों तक दिन के 15 से 18 घंटे घने कोहरे के चपेट में रहे।

यहां तक कि अमृतसर में दृश्यता तीन दिनों तक शून्य दर्ज की गई। पंजाब में बुधवार को कोहरे के लिए लाल चेतावनी रही और तापमान भी कम दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि यह हिस्सा कृषि सिंचित जमीन व नदियों का मैदान है। इस हिस्से में तापमान कम होने और भौगोलिक स्थिति से ठहरी हवा के अलावा मौजूद नमी व जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्र की वजह से प्रदूषण की अधिकता ने मिल कर कोहरे की यह मोटी चादर बुनी है।

जिससे सूरज की गर्मी नीचे नहीं पहुंच रही है। उन्होंने बताया कि यही वजह रही कि देहरादून, शिमला सहित कई पहाड़ी इलाकों से अधिक सर्दी मैदानी राजस्थान, पंजाब व हरियाणा के मैदानी इलाकों में रहीं। अंबाला ने अधिकतम तापमान 10 .2चंडीगढ़ में 11 .9 दिल्ली में भी आज आया नगर में अधिकतम तापमान 15.6 डिग्री दर्ज किया गया। ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में सात जनवरी से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में छिटपुट वर्षा व बर्फबारी होने की संभावना है। अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में बहुत घना कोहरा और ठंडे दिन की स्थिति जारी रहने की संभावना है। इसके बाद तीव्रता में कमी आएगी। घाटी में लगातार तीसरी रात पारा जमाव बिंदु से नीचे दर्ज किया गया।