Chhattisgarh News: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को छत्तीसगढ़ में आईएएस अधिकारी रानू साहू को गिरफ्तार कर लिया। जिसके एक दिन बाद केंद्रीय एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनके परिसरों पर छापेमारी की थी। ईडी के वकील सौरभ पांडे ने कहा, ‘साहू को कथित कोयला लेवी मामले में गिरफ्तार किया गया है। उनकी हिरासत की मांग के लिए यहां धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) मामलों की सुनवाई कर रही एक अदालत में पेश किया गया था। इस मामले में गिरफ्तार होने वाली वह राज्य की दूसरी आईएएस अधिकारी हैं।
ईडी ने शुक्रवार को उनके रायपुर स्थित आवास पर छापेमारी की थी। उनके परिसरों पर पहले भी छापेमारी की गई थी और कथित कोयला लेवी मामले की जांच के तहत ईडी ने उनकी संपत्ति कुर्क कर ली थी।छापेमारी के दौरान सीआईएसएफ जवानों ने किसी को भी घर के अंदर नहीं जाने दिया। मुख्य दरवाजे पर ताला लगा दिया गया और फिर ईडी की टीम ने तलाशी अभियान शुरू किया। 18 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने ईडी को 2,000 करोड़ रुपये के शराब घोटाले की गहन जांच करने का निर्देश दिया था।
जानिए कौन हैं रानू साहू
साहू राज्य की दूसरी आईएएस अधिकारी हैं, जिन्हें इस मामले में गिरफ्तार किया है। 2010 बैच के छत्तीसगढ़-कैडर के आईएएस अधिकारी साहू वर्तमान में राज्य कृषि विभाग के निदेशक के रूप में तैनात हैं। इस पोस्टिंग से पहले वह कोयला समृद्ध कोरबा और रायगढ़ जिलों के कलेक्टर के रूप में कार्य कर चुकी थीं।
2009 बैच के आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई को पिछले साल गिरफ्तार किया गया था। एजेंसी राज्य में कथित कोयला लेवी और शराब घोटाले की जांच कर रही है। जिसमें उसने राजनेताओं और उनसे जुड़े लोगों के अलावा कुछ प्रमुख नौकरशाहों को भी गिरफ्तार किया है।
पिछले महीने ईडी ने 51.40 करोड़ की संपत्ति कुर्क की
इससे पहले बीते महीने ईडी ने छत्तीसगढ़ में हुए अवैध कोयला उगाही घोटाले में 51.40 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी। ईडी के अनुसार, 90 अचल संपत्तियां, लग्जरी वाहन, आभूषण और नकदी आईएएस रानू साहू और सूर्यकांत तिवारी, विधायक देवेंद्र यादव और चंद्रदेव प्रसाद राय, आरपी सिंह, विनोद तिवारी और राम गोपाल अग्रवाल की हैं। ईडी सूर्यकांत तिवारी, आईएएस समीर विश्नोई और सौम्या चौरसिया, सुनील अग्रवाल और अन्य की 170 करोड़ रुपये की संपत्ति भी कुर्क कर चुकी है।