Nabanna Abhijan Protests: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या के मामले में पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। राज्य सरकार के खिलाफ लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं और एक बड़ा प्रदर्शन मंगलवार को भी कोलकाता की सड़कों पर हुआ।
यह प्रदर्शन पश्चिम बंगा छात्र समाज की ओर से किया गया। इसका हिंदी में मतलब होता है- पश्चिम बंगाल में छात्रों का समाज। पश्चिम बंगा छात्र समाज ने पश्चिम बंगाल सरकार के सचिवालय नबन्ना की ओर मंगलवार को बड़ी संख्या में अपने कार्यकर्ताओं के साथ मार्च किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मार्च का आयोजन रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय के छात्र प्रबीर दास, कल्याणी विश्वविद्यालय के शुभंकर हलदर और रवीन्द्र मुक्ता विश्वविद्यालय के सयान लाहिरी द्वारा किया गया।
पश्चिम बंगा छात्र समाज एक गैर पंजीकृत छात्र समूह है जो गैर राजनीतिक होने का दावा करता है। इस छात्र संगठन के प्रवक्ता सायन लहरी के मुताबिक उनके संगठन का बीजेपी, आरएसएस और एबीवीपी से किसी तरह का कोई रिश्ता नहीं है। इस छात्र संगठन की तीन मांगें हैं पीड़िता को न्याय मिले, दोषियों को सख्त सजा हो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस्तीफा दें।
अंत समय में सीपीएम और कांग्रेस इस छात्र संगठन को समर्थन देने से पीछे हट गए क्योंकि उनका ऐसा मानना है कि इस मार्च के कुछ आयोजक आरएसएस के साथ जुड़े हुए हैं। पश्चिम बंगाल की पुलिस ने नबन्ना अभिजान यानी नबन्ना मार्च को अवैध बताया था। पुलिस का कहना था कि इस मार्च की वजह से कानून और व्यवस्था खराब होने की समस्या पैदा हो सकती है।
टीएमसी बोली- बीजेपी ने दिया है छात्र समाज को समर्थन
राज्य में सरकार चला रही टीएमसी ने इस रैली को सड़कों पर हुड़दंग करने की साजिश बताया था और बीजेपी के कई नेताओं के वीडियो जारी कर यह दावा किया था कि वे मार्च में हिंसा को भड़काने की योजना बना रहे हैं। टीएमसी ने आरोप लगाया कि छात्र समाज को बीजेपी का समर्थन है।
नबन्ना रैली के मद्देनजर कोलकाता पुलिस ने शहर में 6,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया है।
हिंसक हुआ प्रदर्शन
रैली के दौरान मंगलवार को हावड़ा और कोलकाता में प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प हुई। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए प्रदर्शनकारियों ने पश्चिम बंगाल सचिवालय तक मार्च किया और पथराव किया। छात्रों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठियां चलाईं, आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछार की। कई प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
बीजेपी ने बुलाया ‘बांग्ला बंद’
बीजेपी की बंगाल इकाई ने नबन्ना मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों पर पुलिस के द्वारा अत्याचार करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को 12 घंटे के ‘बांग्ला बंद’ का आह्वान किया है। बीजेपी का कहना है कि पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार का कहना है कि यह बीजेपी की रैली नहीं थी और समाज के सभी वर्गों के लोगों ने इसमें भाग लिया।