केंद्र सरकार के द्वारा पारित किये गए तीनों कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने चक्का जाम बुलाया था। देशभर से चक्का जाम के नज़ारे देखने को मिले। राजधानी दिल्ली, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड को छोड़ कर पूरे भारत में चक्का जाम का असर देखने को मिला।
एक तरफ सिंघु बॉर्डर पर एक किसान कफ़न पहन कर चले आये तो दूसरी तरफ पंजाब के लुधियाना में चक्का जाम के दौरान ट्रैक्टर पर एक झंडा लहराता हुआ दिखा। लहराए गए झंडे में तस्वीर भिंडरावाले की बताई जा रही है। कफ़न पहने किसान के शरीर पर लिखा हुआ था कि किसान अपना कफ़न साथ लाये हैं। तो आइए तस्वीरों में देखते हैं कि किसानों के द्वारा बुलाया चक्का जाम कैसा रहा।
पंजाब और हरियाणा में शनिवार को ‘चक्का जाम’ के दौरान, किसानों ने नारेबाजी की और कई स्थानों पर अपनी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को राजमार्गों के बीच लगाकर सड़कों को अवरूद्ध कर दिया। राजस्थान में भी केंद्र के नए कृषि कानूनों और अन्य मुद्दों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कई स्थानों पर सड़कों को अवरुद्ध कर दिया।
अमृतसर-पठानकोट, तरन तारन-कपूरथला, फिरोजपुर-फजिल्का, मुक्तसर-कोटकपुरा, बठिंडा-चंडीगढ़, लुधियाना-जालंधर, पंचकूला-पिंजोर, पटियाला-कैथल, जींद-करनाल, करनाल-कैथल, अंबाला-चंडीगढ़, अंबाला-हिसार और मानसा-सिरसा समेत कई राजमार्गों को प्रदर्शनकारी किसानों ने जाम कर दिया। अंबाला के निकट शंभू में तथा पंजाब एवं हरियाणा में कई टॉल प्लाजा पर किसानों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा कि एंबुलेंस और स्कूल बसों को इस दौरान छूट दी गयी थी।
चक्का जाम के दौरान एएनआई के वीडियो के अनुसार लुधियाना में एक ट्रैक्टर पर एक विवादित झंडा लहराते हुए दिखाई दिया। बीजेपी कार्यकर्ताओं के अनुसार लहराए गए झंडे में तस्वीर भिंडरावाले की है। हालाँकि जनसत्ता ऑनलाइन इसकी पुष्टि नहीं करता है। वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर जमकर प्रतिक्रिया भी देखने को मिल रही है।
#WATCH: A flag with a portrait bearing resemblance to Bhindranwale seen on a tractor at a ‘Chakka jam’ protest in Ludhiana pic.twitter.com/d6lFT0IoPC
— ANI (@ANI) February 6, 2021
किसान संगठनों ने छह फरवरी को देशव्यापी ‘चक्का जाम’ की घोषणा की थी, जिसके तहत वे दोपहर 12 बजे से अपराह्न तीन बजे के बीच राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को अवरुद्ध करने की बात कही थी। प्रदर्शनकारियों ने आंदोलन स्थलों के पास के क्षेत्रों में इंटरनेट प्रतिबंध, अधिकारियों द्वारा कथित रूप से किए जा रहे उत्पीड़न और अन्य मुद्दे को लेकर चक्का जाम किया।
तीन घंटे के चक्काजाम के कारण काफी संख्या में वाहन राष्ट्रीय, राज्य राजमार्गों एवं स्थानीय मार्गों पर फंस गए। इसके चलते वाहन चालकों तथा यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। किसान संगठनों के चक्काजाम के आह्वान के चलते पुलिस बल अलर्ट पर रहा। चक्काजाम वाले स्थानों पर तीन बजे ट्रैक्टर व अन्य वाहनों के हॉर्न बजाकर चक्काजाम खोल दिया गया।
किसानों के चक्का जाम के दौरान हरियाणा रोडवेज और अपने निजी वाहनों से सफ़र कर रहे लोग जाम में फंस गए। जाम में फंसे लोगों को आंदोलनकारी किसानों की तरफ से चाय, पानी, भोजन और फल दिए गए। इतना ही नहीं कई यात्री भी इस दौरान किसानों के साथ धरने पर बैठ गए।