CBI Arrest Bhola Yadav: रेलवे रिक्रूटमेंट घोटाले में बुधवार (27 जुलाई) को CBI ने बड़ी कार्रवाई करते हुए भोला यादव को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। भोला यादव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव के ओएसडी रह चुके हैं। भोला यादव की गिरफ्तारी रेलवे में भर्ती घोटाले को लेकर की गई है। भोला यादव की गिरफ्तारी के अलावा सीबीआई बिहार में दरभंगा और पटना सहित कई जगहों पर छापेमारी कर रही है। रेलवे रिक्रूटमेंट का ये घोटाला 2004 से 2009 के बीच का है। इस दौरान लालू प्रसाद यादव देश के रेलमंत्री थे।
भोला यादव को इस स्कैम का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। पटना के दो ठिकानों पर सीबीआई का सर्च ऑपरेशन जारी है जिसमें से एक भोला यादव के सीए के यहां सर्च ऑपरेशन जारी है। इसके पहले 18 मई को सीबीआई ने नौकरी के लिए जमीन के घोटाले के मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती सहित अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की थी।
लैंड फॉर जॉब स्कैम में पहली गिरफ्तारी
भोला यादव लालू यादव परिवार के सबसे करीबी सदस्य हैं, जो लालू परिवार के हर राज को जानते हैं। इनके पास लालू परिवार और जॉब फॉर लैंड घोटाले को लेकर काफी जानकारियां हैं। ये जानकारियां भी उनके पास सबूतों के साथ हैं। लालू के रलमंत्री रहने के दौरान जो घोटाला जॉब फॉर लैंड का सामने आया है उसमें ये कई जमीनों के मुख्य गवाह हैं। सीबीआई की नजर भोला यादव के ऊपर काफी पहले से थी, लेकिन अब जब आईआरसीटीसी और नौकरी के बदले जमीन का मामला तूल पकड़ने लगा है तो इस मामले में सीबीआई ये एक बड़ी गिरफ्तारी की है।
लालू के संकटमोचक कहे जाते हैं भोला यादव
भोला यादव लालू यादव परिवार के सबसे करीबी लोगों में से एक हैं। जब राबड़ी देवी बिहार की मुख्यमंत्री थीं तब भोला यादव उनके पीएस हुआ करते थे। बाद में लालू जब रेलमंत्री बने तो भोला यादव उनके ओएसडी बने थे। लालू यादव के रेलमंत्री रहने के दौरान ही ये घोटाला हुआ था। इस घोटाल में जिन लोगों को रेलवे में नौकरी दी गई थी उनसे बदले में लालू यादव परिवार या उनके परिजनों की अधिकृत कंपनियों के लिए जमीनें लीं गई थीं। इन सब का डॉक्यूमेंटेशन भोला यादव के पास सबूत के तौर पर है। इसके 4 दिन पहले भी सीबीआई ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था।
भोला यादव की गिरफ्तारी से खुल सकते हैं बड़े राज
भोला यादव की गिरफ्तारी के बाद जॉब फॉर लैंड के घोटाले में अब बड़े खुलासे हो सकते हैं। भोला यादव ऐसे शख्स हैं जो लालू यादव के सहायक के रूप में हमेशा मौजूद रहते हैं। भोला यादव साल 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में बहादुरपुर विधानसभा सीट से विधायक भी चुने गए थे। हालांकि 2020 चुनाव में वे हायाघाट सीट से चुनाव हार गए थे। भोला यादव को लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव का भी करीबी माना जाता है। वो लालू की अनुपस्थिति में तेजस्वी का मार्गदर्शन करते रहते हैं।