दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पत्रकार विनोद दुआ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। बताा गया है कि यह केस भाजपा के प्रवक्ता नवीन कुमार की शिकायत पर दर्ज किया गया। नवीन ने आरोप लगाया है कि विनोद दुआ ने फरवरी में दिल्ली में हुए दंगों पर गलत रिपोर्टिंग की। साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जब भाजापा जॉइन की, तब भी उन पर गलत संदर्भ में रिपोर्टिंग करने का आरोप है। इसके अलावा व्यापमं घोटाले पर उनकी एक टिप्पणी को भी शिकायत में शामिल किया गया है।
विनोद दुआ के खिलाफ यह केस 4 जून को दायर किया गया था। जब इंडियन एक्सप्रेस ने इस मामले में दुआ से संपर्क किया, तो उन्होंने बताया कि अभी तक दिल्ली पुलिस ने उनसे कोई संपर्क नहीं किया है। हालांकि, इस बारे में उन्होंने नवीन कुमार का ट्वीट देखा है। दुआ ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, “प्रिय दोस्तों ,बीजेपी ने मेरे खिलाफ दिल्ली पुलिस में FIR दर्ज़ करवाया है .क्या मैं इतना महत्त्व रखता हूं?”
शिकायत में नवीन कुमार ने दावा किया है कि विनोद दिआ जो कि एक जाने-माने मीडिया पर्सनैलिटी हैं, उन्होंने सार्वजनिक उपद्रव और ऐसे मामलों में हस्तक्षेप किया है, जो मानहानिकारक हैं, जानबूझकर बेइज्जती करने वाले और शांति के मानकों को तोड़ने के इरादे वाले हैं।
देश में क्या हैं कोरोना से हाल, जानें…
नवीन कुमार ने दुआ के यूट्यूब शो ‘द विनोद दुआ शो’ के एक एपिसोड का जिक्र भी किया है, जिसमें दुआ ने सिंधिया के भाजपा जॉइन करने के बारे में बताया। नवीन के मुताबिक, उनकी टिप्पणियां अपमानजनक थीं। इसके अलावा उन्होंने दुआ पर सीएए और एनआरसी के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों और दंगों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कपिल मिश्रा और गृह मंत्री अमित शाह को जिम्मेदार ठहराने का आरोप लगाया। पांच पन्नों की इस एफआईआर में दुआ के खिलाफ आईपीसी की धारा 290, 505, और 505(2) के तहत केस दर्ज हैं।
दुआ के खिलाफ दर्ज हुए इस केस पर अब कई पत्रकार उनके साथ आए हैं। पूर्व में पत्रकार रहे आशुतोष ने ट्वीट में कहा, “विनोद दुआ देश के आइकॉनिक पत्रकार हैं और FIR के मुताबिक वो देश के लिए खतरा है। अगर ऐसा है तो देश का हर पत्रकार भी देश के लिए खतरा है। यह कुछ नहीं बस प्रेस की आवाज दबाने की कोशिश है।”
उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले, यहां जानें अपडेट्स
वहीं पत्रकार माधवन नारायण ने कहा, “जिस वक्त पत्रकारों से सवाल पूछने और टिप्पणी करने पर सवाल किया जाता है उसका पहला शिकार लोकतंत्र ही होता है। फ्रीडम ऑफ थॉट के बिना फ्रीडम ऑफ स्पीच किसी मतलब की नहीं। द वायर की आरफा खानम शेरवानी ने कहा, ” आइकॉनिक पत्रकार विनोद दुआ के द विनोद दुआ शो के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। यह हमला सिर्फ विनोद दुआ पर नहीं है, बल्कि हम सब पर है। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में आज लोकतंत्र के रक्षकों पर ही हमला किया जा रहा है। प्रेस की आवाज़ को दबाना बंद कीजिए अब।