Parliament Winter Session: पार्लियामेंट में धक्का-मुक्की कांड पर विवाद चरम पर है। इस बीच भाजपा ने लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने महिला सांसद को धक्का दिया, जिससे वो डर गई और असहज हो गईं। राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ ने स्वीकर किया है कि उनके पास महिला सांसद की शिकायत आई है। महिला सांसद उनके पास रोते हुए आईं थीं।

नागालैंड की सांसद फांगनोन कोन्याक ने खुद पर हमले का आरोप लगाया है। इस मामले में राज्यसभा के चेयरमैन जगदीप धनखड़ का बयान आया है। उन्होंने कहा, महिला सांसद मेरे पास रोती हुए आई थीं। मेरे पास सूचना है। उन्होंने मुझे लिखित शिकायत दी है। सांसद मुझसे मिली हैं। मैं इस पर चर्चा कर रहा हूं। वो बहुत शॉक में थीं। मैं इस मामले में ध्यान दे रहा हूं।

इससे पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस बौखला गई है। राहुल गांधी ने गैर प्रजातांत्रिक तरीके से हमारे सांसदों के साथ धक्कामुक्की की। हमारे दो सांसद घायल हुए। नागालैंड की बीजेपी महिला सांसद फांगनोन कोन्याक को राहुल गांधी ने धक्का दिया। वो प्रताड़ना के बराबर है।

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नागालैंड भाजपा सांसद फांगनोन कोन्याक भी सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि मैं राज्यसभा के चेयरमैन से मिल चुकी हूं। मैं अपनी सुरक्षा की मांग कर चुकी हूं। अभी मेरा दिल बहुत भारी है। आज मैं बाहर शांतिपूर्वक प्रोटेस्ट कर रही थी। राहुल गांधी बहुत करीब आकर खड़े हो गए। मैं अनकंफर्टेबल हो गई थी। राहुल गांधी मेरे ऊपर चिल्लाने लगे। राहुल गांधी को शोभा नहीं देता है कि एक महिला सांसद पर वो ऐसे चिल्लाएं। मैं बहुत दुखी हूं और मैं सुरक्षा चाहती हूं। उन्होंने कहा, मैं अनुसूचित जनजाति वर्ग से ताल्लुक रखती हूं और राहुल का ये बर्ताव अच्छा नहीं लगा।

फांगनोन कोन्याक ने जगदीप धनखड़ को पत्र में क्या लिखा?

फांगनोन कोन्याक धनखड़ को लिखे पत्र में लिखा, ‘मैं, एस. फागनोन कोन्याक, संसद सदस्य (राज्यसभा) माननीय डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर के खिलाफ कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए अत्याचारों के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन में भाग ले रही थी। मैं अपने हाथ में एक तख्ती लेकर मकर द्वार की सीढ़ी के ठीक नीचे खड़ी थी। सुरक्षा कर्मियों ने अन्य दलों के सांसदों के प्रवेश के लिए प्रवेश द्वार पर एक रास्ता बना रखा था। अचानक, विपक्ष के नेता राहुल गांधी अन्य पार्टी सदस्यों के साथ मेरे सामने आ गए, जबकि उनके लिए एक रास्ता बनाया गया था। उन्होंने ऊंची आवाज में मेरे साथ दुर्व्यवहार किया और वो मेरे काफी करीब आ गए। एक महिला सदस्य होने के नाते मुझे बेहद असहज महसूस हुआ। मैं भारी मन से और अपने लोकतांत्रिक अधिकारों की निंदा करते हुए एक तरफ हट गई, लेकिन मुझे लगा कि किसी भी संसद सदस्य को इस तरह का व्यवहार नहीं करना चाहिए।’

उन्होंने कहा, ‘मैं नागालैंड के एसटी समुदाय से हूं और मैं एक महिला सदस्य हूं। विपक्ष के नेता श्री राहुल गांधी जी ने मेरी गरिमा और आत्मसम्मान को गहरी ठेस पहुंचाई है। इसलिए माननीय अध्यक्ष महोदय, मैं आपकी सुरक्षा चाहती हूं।’

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