दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र जारी है। 27 फरवरी तक विशेष सत्र चलेगा। आज दिल्ली विधानसभा में CAG के रिपोर्ट पेश हो सकती है। इस रिपोर्ट में ‘शीशमहल’ के रिनोवेशन में गंभीर अनियमितताओं का मुद्दा उठाया गया है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ‘6 फ्लैग स्टाफ रोड’ वाले आवास में ही रहते थे। दिल्ली विधानसभा में 14 CAG की रिपोर्ट्स पेश की जानी है। रिपोर्ट्स में शराब घोटाले का भी जिक्र किया गया है।
CAG की रिपोर्ट्स में शीशमहल का जिक्र
CAG की रिपोर्ट्स चुनाव से पहले मुद्दा भी बनी थी। वहीं भाजपा ने आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर निशाना भी साधा था। CAG की रिपोर्ट में कहा गया है कि शीशमहल को और बड़ा बंगला करने के लिए नियमों का उल्लंघन किया गया था। वहीं कैंप ऑफिस और स्टाफ ब्लॉक को भी इसमें मिला लिया गया था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्यमंत्री आवास के मरम्मत कार्य के लिए पीडब्ल्यूडी ने टाइप 7 और टाइप 8 आवास के लिए सीपीडब्ल्यूडी को अपनाकर 7.91 करोड़ रुपये का बजट बनाया था। इस बंगले के रिनोवेशन का काम कोरोना के दौरान पूरा हुआ। जब टेंडर आवंटित हुआ था तो यह लागत बढ़कर 8.62 करोड़ रुपये हो गई थी। लेकिन जब काम पूरा हुआ तब इस पर कुल 33.66 करोड़ रुपये खर्च हुए थे।
CAG की ऑडिट रिपोर्ट की हुई थी चर्चा
CAG की ऑडिट रिपोर्ट को एक महीने पहले इंडियन एक्सप्रेस ने छापा था, जिसमें पता चला था कि उस घर का रिनोवेशन प्रस्तावित लागत से तीन गुना अधिक रुपये में किया गया। ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार शुरू में इस रिनोवेशन की लागत 7.91 करोड़ रुपये बताई गई थी। लेकिन बाद में 2020 में करीब 8.62 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया। लेकिन 2022 में जब इसे पूरा किया गया तो इसकी कुल लागत 33.66 करोड़ रुपये थी। इंडियन एक्सप्रेस ने सीएजी जनरल गिरीश चंद्र मुर्मू की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए इसे प्रकाशित किया था। वह 20 नवंबर 2024 को रिटायर हुए थे और उन्होंने अपने रिटायरमेंट से एक हफ्ते पहले इस रिपोर्ट पर साइन किए थे।
रिपोर्ट के अनुसार 96 लाख रुपये के पर्दे, किचन इक्विपमेंट 39 लाख रुपये, टीवी कंसोल के लिए 20.34 लाख रुपये, ट्रेडमिल और जिम इक्विपमेंट के लिए 18.52 लाख रुपये, रेशम कारपेट के लिए 16.27 लाख रुपये, मिनीबार के लिए 4.80 लाख रुपये, दीवारों के लिए संगमरमर के पत्थर के लिए 20 लाख रुपये आवंटित हुए थे। हालांकि इसकी लागत 66.89 लाख रुपये तक पहुंच गई।