केंद्र सरकार नागरिकता संशोधन कानून को लागू करने की पूरी तैयारी कर चुकी है। ऐसा माना जा रहा है कि मार्च के पहले हफ्ते में इससे जुड़ा नोटिफिकेशन आ जाएगा। सूत्रों के मुताबिक मार्च के पहले हफ्ते में CAA के नियम लागू किए जा सकते हैं। नियम सामने आते ही कानून लागू हो जाएगा। 2019 में CAA कानून लोकसभा में पास होने के बाद देश की सड़कों पर बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन हुए थे।

इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के मुताबिक गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ”मैं आपको तारीख नहीं बता सकता, लेकिन आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले जानकारी दे दी जाएगी।” यानी लोकसभा चुनाव से पहले ही सीएए लागू कर दिया जाएगा।

अभी तक क्यों नहीं हुआ लागू?

साल 2019 में चार साल पहले कानून बनने के बावजूद नियमों को अधिसूचित नहीं किए जाने के कारण सीएए को अभी तक लागू नहीं किया जा सका है। सीएए के मुताबिक  पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीड़न के कारण भारत आए हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, जैनियों, पारसियों और ईसाइयों को भारतीय नागरिकता देने की वकालत की गई है। वहीं, मुसलमानों को इससे अलग रखा गया है। सूत्रों ने कहा है कि अब जल्द ही नियम लागू किए जाएंगे और इसकी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

अधिकारियों के मुताबिक नियम तैयार किए जा चुके हैं और ऑनलाइन पोर्टल भी प्रक्रिया के लिए तैयार कर लिया गया है। इस पोर्टल पर आवेदकों को नियमों के मुताबिक वैधता साबित करनी होगी। गृह मंत्री अमित शाह ने भी एक बयान देते हुए कहा था कि लोकसभा चुनाव से पहले नियम लागू कर दिए जाएंगे। जब केंद्र सरकार 2019 में यह कानून लाई थी तो पूरे देशभर में विरोध प्रदर्शन देखे गए थे। यहा कहा जा रहा था कि कानून संविधान के खिलाफ है और मुसलमानों के साथ भेदभाव करता है।