संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) पर जारी विरोध-प्रदर्शन के बीच मशहूर गीतकार जावेद अख्तर ने मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा है कि इस देश में करोड़ों हिंदुस्तानियों को अपना बर्थडे नहीं मालूम ऐसे में वह अपनी नागरिकता कैसे साबित करेंगे। उन्होंने कहा कि देश का गरीब मुसलमान, गरीब हिंदू, दलित और आदिवासी अपनी नगारिकता कहां से साबित करेंगे।
एक न्यूज चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा ‘हिंदुस्तान के करोड़ों लोग ऐसे हैं जो अपना बर्थ सर्टिफिकेट तो क्या अपना बर्थडे तक नहीं जानते। देश का गरीब मुसलमान, गरीब हिंदू, दलित और आदिवासी कहां से अपनी नागरिकता साबित करेंगे। इनकी 10 पीढ़ियों ने कोई प्रॉपर्टी तक नहीं ली होगी। गरीब लोगों के पास दो कपड़े रखने की जगह नहीं वे अपने दस्तावेज कहां संभालेंगे।’
इसके साथ ही जावेद अख्तर ने प्रताड़ना के आधार पर चुनिंदा धर्म के लोगों को नागरिकता देने पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि भारत अगर सभी पीड़ितों को नागरिकता दे रहा है तो फिर पाकिस्तान में रहने वाले शियाओं को भी नागरिकता देनी चाहिए। वहीं श्रीलंका में रह रहे तमिलों को भी नागरिकता मिलनी चाहिए। मेरा मानना है कि सरकार को बिना देर किए ऐसे प्रताड़ितों लोगों को एक दिन के भीतर नागरिकता देनी चाहिए।’
भारत अगर सभी पीड़ितों को नागरिकता दे रहा है तो फिर पाक में रहने वाले शियाओं को भी नागरिकता देनी चाहिए : @Javedakhtarjadu
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वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएए के विरोध को लेकर कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर निशाना साधते हुए कहा कि जारी प्रदर्शन संसद के खिलाफ हैं। मोदी ने साथ ही प्रदर्शनकारियों से कहा कि वे पाकिस्तान में पिछले 70 वर्षों से अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठायें। प्रधानमंत्री ने कहा कि पड़ोसी देशों के उन अल्पसंख्यकों की रक्षा करना और उनका समर्थन करना हमारी संस्कृति और राष्ट्रीय दायित्व है जिन्होंने भारत में शरण मांगी है।
उल्लेखनीय है कि सीएए का देशभर में विरोध किया जा रहा है। विपक्षी दल इस संशोधन को संविधान के खिलाफ बता रहे हैं। वहीं सत्ता पक्ष कहना है कि यह पड़ोसी देशों ते प्रताड़ित लोगों को सहायता देगा। केंद्र का कहना है कि सीएए पर लोगों के बीच भ्रम की स्थिति है। सीएए पर जनसमर्थन जुटाने के बीजेपी के कार्यक्रम के तहत पार्टी अध्यक्ष अमित शाह टॉल फ्री नंबर जारी कर सकते हैं जिस पर मिस्ड कॉल करके लोग कानून के प्रति अपना समर्थन व्यक्त कर सकते हैं।