केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने हाल ही में कैबिनेट फेरबदल किया। जहां भाजपा नेताओं का कहना है कि मोदी सरकार ने युवाओं के साथ हर क्षेत्र के नेताओं को मौका देकर अपने मंत्रीमंडल में विविधता पैदा की है, वहीं विपक्ष का कहना है कि पुराने मंत्रियों को हटाकर सरकार ने अपनी नाकामी जगजाहिर कर दी। एक टीवी डिबेट में गुरुवार को जब इस मुद्दे पर बहस हुई, तो बसपा के नेता बाकी विपक्षी नेताओं की तरह ही मंत्रियों को बदलने को लेकर तंज कसने लगे। इस पर एंकर ने उन्हें बीच में टोका और कहा कि ये कोई आंसरशीट नहीं है कि रटे-रटाए जवाब दें।
दरअसल, रिपब्लिक भारत में डिबेट के दौरान एंकर ऐश्वर्य ने बसपा नेता नरेश जाटव से सवाल पूछे। उन्होंने सवाल किया- “जाटव जी सच बताइए कि दिक्कत इससे है कि प्रधानमंत्री ने 2024 के लिए कमान संभाल ली है। इससे विपक्ष लड़खड़ा रहा है। दिक्कत उससे है या इससे है कि जो पुराने मंत्री को रिहैबिलिटेट नहीं किया, उससे विपक्ष को चिंता हो रही है?”
इस पर बसपा नेता ने पहले तो मंत्रियों को शुभकामनाएं दीं और फिर कहा कि वो (मंत्री) अपना काम ईमानदारी से करें। केवल एक रिमोट कंट्रोल के माध्यम से काम न करें। इस पर एंकर ने बसपा नेता को टोका और कहा कि मेरा सवाल कुछ और है और आपका जवाब कुछ और है। इसके बावजूद जब नरेश जाटव केंद्र पर हमला करने में जुटे रहे, तो एंकर ने कहा- “ये कोई आंसरशीट थोड़े ही होती है कि पहले से ही आप रिप्लाई याद करेंगे। मैं आप से सवाल कुछ और पूछ रहा हूं और आप कोविड पर बोल रहे हैं।
बीच में टोके जाने के बाद बसपा नेता ने कहा कि वे तो स्वास्थ्य मंत्री को घेर रहे हैं। इस पर एंकर ने कहा कि मैं अगर गौरव भाटिया से पूछूं कि आपके शिक्षा मंत्री और कानून मंत्री को क्यों हटाया, तो वो खुद जवाब देंगे। लेकिन मैं विपक्ष से पूछ रहा हूं कि उन्हें तो पहले कभी कैबिनेट फेरबदल से मतलब नहीं रहा। तो अब दिक्कत यही है न कि इसमें नरेंद्र मोदी की मुहर दिख रही है। दिख रहा है कि नरेंद्र मोदी ने कमान संभाल ली है। 2022, 2023 की छोड़िए। 2024 की संभाल ली है।