नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर विरोध-समर्थन के चलते दिल्ली में भड़की सांप्रदायिक हिंसा के बाद भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी अपने एक ट्वीट के चलते सुर्खियों में हैं। उन्होंने रविवार (1 मार्च, 2020) को ट्वीट कर कहा कि शिया, बोहरा, खोजा और अहमदिया मुस्लिमों में शांतिप्रिय समुदाय है, जो राम मंदिर पर फैसला तुरंत मान गए हैं।
ट्वीट में उन्होंने वहाबी सुन्नी मुस्लिमों को निशाने पर लिया है। भाजपा सांसद ने ट्वीट कर कहा, ‘हम मुस्लिम शब्द का बहुत उपयोग करते हैं। भारत में मुस्लिमों का एक बड़ा हिस्सा शांतिप्रिय है और हिंदू हितैषी है। जैसे शिया, बोहरा, खोजा, अहमदिया आदी। देखिए कैसे शांति से इन लोगों ने राम मंदिर का फैसला कबूल कर लिया।’ स्वामी में ट्वीट में वहाबी सुन्नी मुस्लिमों को पागल भी बताया है।
भाजपा नेता के ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने भी प्रतिक्रियाएं दी हैं। सोनू पांडेय @sonuPan26076701 लिखते हैं, ‘सच कहा सर जी मैं भी मानता हूं कि बहुत से मुस्लिम अच्छे होते हैं और हिंदू फ्रेंडली होते हैं, यहां तक मेरे अपने कुछ मुस्लिम दोस्तों के घर हिंदू देवताओं की तस्वीरें भी टंगी हैं। पर कुछ सुन्नी, वहाबी इत्यादि कट्टर मजहबी को गाड़ी, राइफल, बम जैसे गैर इस्लामी चीजें चाहिए।’
फजलुर रहमान @fazlur31 लिखते हैं, ‘अफवाह मत फैलाइए।’ एक यूजर लिखते हैं, ‘आप हमारा ज्ञानवर्धन करते रहिए।’ शुमन शर्मा @jaisuman95 लिखते हैं, ‘हो सकता है जो उन्हें उकसा रहा हो वो वामपंथी हो।’
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उल्लेखनीय है कि सप्ताह की शुरुआत में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा में 42 लोगों की मौत हुई और 250 से अधिक लोग घायल हो गए। उग्र भीड़ ने मकानों, दुकानों, वाहनों, एक पेट्रोल पंप को फूंक दिया। उग्र भीड़ ने स्थानीय लोगों और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। यह तीन दशक में सबसे भयानक दंगा था। हालांकि दिल्ली के दंगाग्रस्त इलाकों में अब स्थिति शांतिपूर्ण है। इन क्षेत्रों में अब जनजीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है।
सुरक्षार्किमयों की व्यापक गश्त के बीच खुलीं कुछ दुकानों से किराने का सामान और दवाइयां खरीदने के लिए लोग अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं। स्थानीय निवासी इस सप्ताह की शुरुआत में इलाके में हुए सांप्रदायिक दंगों में पहुंचे नुकसान से धीरे-धीरे उबरने की कोशिश कर रहे हैं। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, चांदबाग, मुस्तफाबाद, भजनपुरा, शिव विहार, यमुना विहार हिंसा से सर्वाधिक प्रभावित इलाकों में शामिल हैं।
