कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया है। पीएम ने कहा कि इन 21 दिनों में किसी को परेशानी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने बताया था कि केंद्र और अलग-अलग राज्य सरकारें लोगों के लिए कुछ निर्देश जारी करेंगी। अब केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने खुद ही गरीबों की मदद के लिए आगे आकर उनकी खाने जैसी बुनियादी जरूरत को पूरा करने का फैसला किया है। पार्टी ने ऐलान किया है कि देशभर में मौजूद उसके 1 करोड़ कार्यकर्ता 5 करोड़ गरीबों को खाना मुहैया कराएंगे। यानी हर कार्यकर्ता कम से कम 5 गरीबों के लिए खाने का इंतजाम करेगा।
भाजपा राष्ट्रीय मीडिया के प्रमुख अनिल बलूनी ने बताया कि भाजपा राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यह फैसला लिया। उन्होंने सभी नेताओं से अपील की कि लॉकडाउन के दौरान उनके कार्यकर्ता कम से कम 5 गरीबों को खाना दें। इसके लिए जल्द से जल्द योजना तैयार कर उसे क्रियान्वित करने का आदेश भी दिया जा सकता है। पार्टी की यह योजना ऐसे समय पर आई है, जब कहा जा रहा था कि लॉकडाउन से सबसे ज्यादा प्रभावित गरीब और दैनिक वेतनभोगी होंगे, जिनके पास रोजाना खाना जुटाने के अलावा कोई चारा नहीं रहता।
बताया गया है कि पार्टी नेतृत्व ने यह फैसला लॉकडाउन के ऐलान से पहले ही ले लिया था। हाल ही में एक वीडियो सामने आया है, जिसमें हजारों बेघर गरीबों को राशन लेने के लिए एक शेल्टर होम में जुटते देखा जा सकता है। लॉकडाउन की स्थिति में शेल्टर होम्स में भी खाने के सामान की आपूर्ति ठीक ढंग से नहीं हो पा रही है। ऐसे में हजारों की तादाद में प्रवासी मजदूर, जो अपने घर नहीं लौट पाए हैं, उन्हें खाने की समस्या पैदा हो सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा लॉकडाउन के मद्देनजर लगातार पार्टी वर्कर्स के साथ बैठकों में हिस्सा लेते रहे और गरीबों को खाना मुहैया कराने के लिए कार्यकर्ताओं से अपील की।
पिछले दो दिनों में भाजपा अध्यक्ष ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए करीब 1 लाख कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इसमें उन्हें कोरोनावायरस के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और जिला प्रशासन के साथ सहयोग करने के लिए कहा गया।