Jharkhand Election/Chunav Results 2019: झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। पार्टी 81 सीटों में से इस बार सिर्फ 25 सीटें जीत पाई। मुख्यमंत्री रघुवर दास और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा चुनाव हार गए। राज्य की 28 आदिवासी सीटों में से पार्टी को महज 2 सीटों पर ही जीत हासिल हुई।  पार्टी की हार में गैर आदिवासी नीतियों की भी अहम भूमिका रही। राज्य की 28 एसटी सीट में भाजपा महज दो सीट खूंटी और तोरपा ही जीत सकी। इन सीटों पर भी पार्टी को वोटों के बंटवारे का फायदा मिला।

वहीं, आदिवासी सीटें जीतने के मामले में झारखंड मुक्ति मोर्चा पहले स्थान पर रही। पार्टी ने 19 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं, कांग्रेस ने 6 आदिवासी सीटों पर जीत हासिल की। बाबूलाल मरांडी की पार्टी ने झारखंड विकास मोर्चा-पी भी एक सीट जीतने में सफल रही। संथाल परगना में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने एक सुरक्षित सीट और सात एसटी सीटें जीतने में कामयाब रही। भाजपा ने संथाल परगना में सभी आदिवासी सीटें हार गईं लेकिन पार्टी देवघर सुरक्षित सीट जीतने में सफल रही। कोल्हन क्षेत्र की 10 सुरक्षित सीटों में से पार्टी 9 सीट हार गई।

आदिवासी सीटों पर वोट शेयर की बात करें तो झामुमो ने 19 सीटों पर 34.2 फीसदी मत हासिल किए। वहीं 6 आदिवासी बाहुल्य सीटे जीतने वाली कांग्रेस के मतों का प्रतिशत 8.8 रहा। दो सीटें जीतने वाली भाजपा का मत प्रतिशत 33.5 रहा। एक सीट जीतने वाली झारखंड विकास मोर्चा को 5.4 फीसदी मत मिले। वहीं आजसू व अन्य दलों ने मिलकर 18.1 फीसदी मत हासिल किए।

हालांकि, इतने मत हासिल करने के बाद भी ये दल एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हो सके। मालूम हो कि राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व में बने झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन ने 47 सीटें जीत कर स्पष्ट बहुमत प्राप्त किया। झारखंड विकास मोर्चा ने भी बड़ी उम्मीदों के साथ सबसे अधिक 81 की 81 सीटों पर अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे थे। लेकिन उसे अपने सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी और विधायक दल के नेता प्रदीप यादव के अलावा सिर्फ एक और सीट पर जीत हासिल हुई और वह शेष 78 सीटों पर हार गई।