पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस सरीखीं पार्टियां अब अपनी-अपनी जमीन मजबूत करने में जुटी हैं। हालांकि, इस दौरान भी दोनों दल एक-दूसरे पर निशाना साधने से बाज नहीं आ रहे। हाल ही में जब बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नंदीग्राम में मंदिर के दर्शन किए, तो भाजपा ने उन पर निशाना साधा। एक टीवी डिबेट के दौरान भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने टीएमसी के साथ कांग्रेस को भी घेर लिया। उन्होंने कहा कि यह दोनों पार्टियां ही फैंसी ड्रेस हिंदू हैं।
मंदिर जाने पर क्या बोली हैं ममता बनर्जी?: गौरतलब है कि ममता बनर्जी मंगलवार को नंदीग्राम पहुंचीं थीं। यहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात के वक्त चंडीपाठ किया था और कहा था, ‘जो लोग हिंदू-मुस्लिम कार्ड खेल रहे हैं, मैं उन्हें साफ बताना चाहती हूं कि मैं भी एक हिंदू परिवार से आई लड़की हूं। मेरे साथ हिंदू कार्ड मत खेलो।’ उन्होंने कहा था कि वह एक ब्राह्मण हैं और हिंदू रस्मों के बारे में भगवा पार्टी के नेताओं से कहीं ज्यादा जानती हैं। साथ ही चुनौती दी कि अगर किसी को मेरे धर्म के बारे में शक है तो मैं उससे बहस करने और हिंदू श्लोकों के पाठ में प्रतिस्पर्धा करने को तैयार हूं।
ममता के दावों पर संबित पात्रा ने किया पलटवार: बंगाल सीएम के इन्हीं दावों को लेकर जब न्यूज 18 के शो आर-पार में अमिश देवगन ने भाजपा प्रवक्ता से इस बारे में सवाल पूछा तो संबित पात्रा बोले- “इस देश में बड़ी विकट परिस्थिति है। 70 साल तक खुद को सेक्युलर कहने वाले लोग, जो लोग ब्राह्मण पितृसत्ता के कारण देश समाप्त होने की बात करते थे, वे आज अचानक ब्राह्मण की बेटी, ब्राह्मण का बेटा बन गए हैं।”
संबित पात्रा ने आगे कहा, “दूसरी बात यही वो लोग हैं, जिन्होंने भव्य राम मंदिर का निर्माण नहीं होना चाहिए, इसके लिए कमर कस के लगे थे। यही ममता बनर्जी, यही सोनिया गांधी, यही राहुल गांधी कह रहे थे कि 2019 तक राम मंदिर की सुनवाई तक नहीं होनी चाहिए। इसकी सुनवाई टल जानी चाहिए।”
‘राहुल गांधी भी तो टोपी पहनकर घूम रहे’: भाजपा प्रवक्ता से जब एंकर ने कहा- राहुल गांधी की तो पार्टी कह रही है कि ममता बनर्जी हिजाब पहनती थीं पहले, अब देखो इन्हें चंडीपाठ करना पड़ रहा है। इस पर पात्रा बोले- राहुल गांधी की पार्टी इस पर क्या कहेगी। वे भी तो टोपी पहनकर घूम रहे हैं और दूसरे का हिजाब देख रहे हैं। खुद टोपी पहनकर घूम रहे हैं और दूसरे के हिजाब पर नजर है। अरे दोनों एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं। दोनों ही फैंसी ड्रेस हिंदू हैं। दोनों चुनाव से पहले हिंदू हो जाते हैं। दोनों ही तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं।