केंद्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के ऐलान के बाद अब किसान आंदोलन को लेकर बहस छिड़ी हुई है। बता दें कि आंदोलन खत्म करने को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने MSP गारंटी पर क़ानून और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने की मांग रखी है। उन्होंने कहा कि आंदोलन के दौरान 750 किसानों की जान गई है, उनके परिवारों का भी ध्यान रखा जाए।
वहीं इस मुद्दे पर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी और किसान नेता राकेश टिकैत के बीच एक टीवी डिबेट में दिलचस्प बहस देखने को मिली। बता दें कि राकेश त्रिपाठी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि राकेश टिकैत जी इस बात को अच्छी तरीके से जानते हैं कि हमने गेंहू-धान की रिकॉर्ड खरीदारी की है। इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ। इसपर टिकैत ने जवाब दिया कि, आपको एक ही जिले का डाटा दिया गया है, किसी और के सामने ना कह देना।
दरअसल भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “राकेश जी इस बात को बेहतर तरीके से जानते हैं कि 433 लाख टन की गेंहू खरीद हुई है, जोकि इससे पहले कभी नहीं हुई है। इससे पहले एमएसपी पर धान की खरीद भी पहले कभी नहीं हुई है। हमने रिकॉर्ड खरीदारी करने का काम किया है।” इसपर एंकर ने सवाल किया कि टिकैत जी क्या ऐसा हुआ है?
जिसपर टिकैत ने जवाब देते हुए कहा, “मैं यह पूछना चाहता हूं, जो मंसूरी धान बिहार और उसकी सीमा पर पैदा होता है। उसी धान की रामपुर में खरीद होती है।” उन्होंने भाजपा प्रवक्ता से कहा, “आपको एक ही जिले का आंकड़ा दिया गया है, ध्यान से सुन लेना, किसी और के सामने ना कह देना कि सरकार ने खरीद की है।”
उन्होंने कहा, “यह खरीद सरकार ने नहीं, व्यापारियों ने की है। व्यापारियों ने ही उस धान को एमएसपी पर बेचा है। आपके ही लोग 20-30 हजार क्विंटल धान को सस्ते में खरीदकर और एमएसपी पर बेचते हैं, क्या आप यही व्यवस्था चाहते हो?” उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यही वजह है कि आप एमएसपी नहीं लाना चाहते, क्योंकि इसमें आपके ही लोग लगे हुए हैं।”
बता दें कि राकेश टिकैत 22 नवंबर को लखनऊ के इकोगार्डन में किसान महापंचायत में भाग लेने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने लखीमपुर हिंसा मामले को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग की। महापंचायत को लेकर उन्होंने कहा कि यह एमएसपी पर गांरटी कानून बनाने के लिए अधिकार रैली है।