कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच गतिरोध जारी है। इस बीच जहां किसान नेता कृषि कानून को वापस लिए जाने से कम में समझौते को तैयार नहीं हैं, वहीं सरकार इन कानूनों पर बातचीत के लिए तो तैयार है, लेकिन इन्हें वापस न लेने की बात स्पष्ट कर चुकी है। इस बीच विपक्ष के साथ अब कलाकार भी लगातार सरकार पर किसान आंदोलन को लेकर दबाव बना रहे हैं। न्यूज-18 चैनल की एक डिबेट में जब आंदोलन को लेकर बहस हुई, तो मुस्लिम चिंतक अतीक-उर रहमान और अभिनेता शहजाद खान ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। हालांकि, भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने भी अपने तर्कों के जरिए उन्हें जवाब देने की कोशिश की।
सुधांशु त्रिवेदी से जब पूछा गया कि भारत का लोकतंत्र मजबूत है, तो रिहाना, ग्रेटा और मिया खलीफा देश को कमजोर नहीं कर देतीं। इस पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “अतीक-उर रहमान इस्लामिक स्कॉलर हैं, वे यह बता दें कि 57 मुस्लिम देश हैं, वे 7 का नाम बता दें जहां शरिया न लागू हो और बोलने की आजादी हो। वे एक कम्युनिस्ट देश बता दें जहां डेमोक्रेसी रही हो।”
भाजपा प्रवक्ता ने ऐक्टर शहजाद खान पर निशाना साधते हुए कहा, “मुझे याद है कि इनकी एक फिल्म 1990 के दशक में आई थी- अंदाज अपना अपना। जिसमें इनका एक डायलॉग था- ‘प्लान के मुताबिक’, लेकिन हर बार उनका प्लान एक्सपोज हो जाता था। एक-आध बार उनके कपड़े भी फट गए थे। अब यह सबकुछ प्लान के मुताबिक चल रहा है इंटरनेशनल लेवल पर। लेकिन क्या करें बेचारे हर बार एक न एक गलती कर जाते हैं और सारा प्लान एक्सपोज हो जाता है। एक्सपोज होने के बाद उसे किस तरह निर्लज्जता के साथ डिफेंड किया जाता है। यह साफ दिख रहा है।”
कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह के आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने वाले बयान पर पलटवार करते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “अखिलेश जी, आरएसएस पर प्रतिबंध आपने हटाया नहीं था, आप कोर्ट में प्रूव ही नहीं कर पाए थे। 90 दिन के अंदर आपको कोर्ट में प्रूव करना था, आप आरएसएस छोड़िए, बजरंग दल पर प्रूव नहीं कर पाए थे।” त्रिवेदी ने हमले तेज करते हुए कहा कि डॉक्टर मनमोहन सिंह कैंब्रिज में जाकर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन के सामने क्या बोले थे- ब्रिटेन से हमने बहुत कुछ सीखा। आपका राज बहुत अच्छा था। ये बोल रहे थे भारत के बारे में।