भारत और चीन के बीच लद्दाख स्थित एलएसी पर पिछले 9 महीने से तनाव की स्थिति है। हालांकि, बुधवार को चीन की ओर से दोनों देशों की सेना के पीछे हटने के ऐलान के बाद से स्थितियों में कुछ सुधार होने की उम्मीद बंधी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी लोकसभा में कहा है कि भारत ने अपनी जमीन नहीं खोई है। हालांकि, इस मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस एक-दूसरे पर निशाना साधने में जुटी हैं। जहां भाजपा नेता इसे चीन की हार करार दे रहे हैं, वहीं कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भारत को जमीन गंवाकर चीन से समझौता करना पड़ा।
रिपब्लिक टीवी की डिबेट में गुरुवार को इसी मु्द्दे पर बहस करते हुए जब कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पर चीन की घुसपैठ पर न बोलने के मुद्दे को उठाया, तो भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का नाम ले दिया। उन्होंने कहा, “खाता न बही, जो देश की सेना कहे वही सही। लेकिन विपक्षी नेता हैं, जिन्हें यह नहीं पता कि कब, क्या बात करनी है? अगर देश की सेना ने कह दिया कि चीनी सेना नहीं घुसी, तो नहीं घुसी।
इस पर जब पैनलिस्ट ने गौरव भाटिया पर सेना का अपमान करने का आरोप लगाया, तो भाजपा प्रवक्ता बोले- “बड़बोले नेता से कहिए चुप रहें। चाचा नेहरू ने 43 हजार वर्ग किमी जमीन दे दी चीन को? चाचा नेहरू से पूछोगे जा कर।” भाजपा प्रवक्ता की इस बात का जब विरोध हुआ तो उन्होंने कहा, “आज एक नकारात्मक सोच का उदाहरण मैं देता हूं। पूरी डिबेट में बोलेंगे, बताइए चाचा नेहरू से कहिए कि 43 हजार वर्ग किमी जमीन क्यों दे दी चीन को।
गौरव भाटिया ने सवाल उठाने वाले पैनलिस्ट पर निशाना साधते हुए कहा, “अरे दिहाड़ी के प्रवक्ता, पत्रकार हो आप? कांग्रेस की हिम्मत नहीं है कि आर भारत में अपना प्रवक्ता भेज दें। सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने घूस ली चीन से। सोनिया गांधी से MoU के बारे में पूछोगे? घूस ली चीन से। 50 लाख रुपए के लिए इमान बेचा कांग्रेस ने। हमसे बताते देते तो हम देते चंदा। अरे भारतवासी एक-एक रुपए देते, तो 130 करोड़ रुपए मिल जाते। 50 लाख रुपए के लिए कांग्रेस पार्टी ने अपना ईमान बेच दिया।