केंद्र सरकार ने सोमवार (14 जुलाई) को पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ भाजपा नेता 81 वर्षीय आशिम कुमार घोष को हरियाणा का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है। आशिम घोष, बंडारू दत्तात्रेय की जगह लेंगे, जो जुलाई 2021 से हरियाणा के राज्यपाल के रूप में कार्यरत हैं। पूर्व प्रोफेसर आशिम घोष 1999 से 2002 तक बंगाल भाजपा अध्यक्ष रहे। उन्होंने तीन दशकों से अधिक समय तक कोलकाता के महाराजा श्रीशचंद्र कॉलेज में पॉलिटिकल साइंस पढ़ाया।

क्या बोले आशिम घोष?

हरियाणा का राज्यपाल नियुक्त होने के बाद आशिम घोष ने कहा, “यह एक बड़ी ज़िम्मेदारी है। मैं खुश हूं और ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि मैं हरियाणा के राज्यपाल के रूप में अपनी ज़िम्मेदारी ठीक से निभा सकूं। मेरा मुख्य लक्ष्य हरियाणा के विकास के बारे में सोचना और राज्य के सभी शेयरहोल्डर्स की बात सुनना होगा।”

आरएसएस से जुड़े आशिम घोष 1991 में भाजपा में शामिल हुए थे। तब तत्कालीन वामपंथी शासित बंगाल में बीजेपी की कोई उपस्थिति नहीं थी। 1998 में बंगाल की वर्तमान मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कांग्रेस छोड़ने के बाद अपनी पार्टी की स्थापना की थी। उसके बाद 1999 में तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल हो गईं।

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मुश्किल समय में पार्टी के लिए किया संघर्ष

आशिम घोष भाजपा में आगे बढ़ते गए और 1996 में बंगाल बीजेपी के सचिव और 1998 में उपाध्यक्ष बने। वे कई वर्षों तक इसके बौद्धिक प्रकोष्ठ के सदस्य भी रहे। 2003 से 2005 तक आशिम घोष ने त्रिपुरा के लिए भाजपा के पर्यवेक्षक का कार्यभार संभाला। वे 2004 से 2006 तक भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे। हावड़ा जिले के रहने वाले आशिम घोष ने कलकत्ता विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएशन की उपाधि प्राप्त की थी।

भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा आशिम घोष को हरियाणा राजभवन भेजने का कदम बंगाल के राजनीतिक हलकों में कई लोगों के लिए आश्चर्य की बात थी। लेकिन कुछ पर्यवेक्षकों का कहना है कि बंगाल में पार्टी के शुरुआती समय से उसका हिस्सा रहने के लिए घोष को इनाम मिला है। भाजपा अब बंगाल में मुख्य विपक्षी दल है और अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस से मुकाबला करने की तैयारी कर रही है।

आशिम घोष की नियुक्ति पर राज्य भाजपा अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य ने कहा, “हमें बहुत खुशी है कि आशिम दा को इतना बड़ा अवसर मिला। भाजपा कार्यकर्ता और इस राज्य के लोग भी खुश हैं।”

केंद्रीय मंत्री और पूर्व राज्य भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने आशिम घोष को राज्यपाल बनाए जाने के फैसलों को बंगाल के लोगों के लिए बहुत गर्व, अपार सम्मान और खुशी की बात बताया। सुकांत मजूमदार ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “उनकी (घोष की) बुद्धि, समृद्ध प्रशासनिक अनुभव और जनसेवा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता लंबे समय से कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत रही है। मुझे विश्वास है कि उनका दूरदर्शी नेतृत्व हरियाणा के लोगों की प्रगति और कल्याण में महत्वपूर्ण योगदान देगा।”