भाजपा को 10 मार्च 2019 को लोकसभा चुनाव की घोषणा के दिन से 23 मई 2019 को पूरा होने के दिन तक 3,650.76 करोड़ रुपये चुनावी चंदा मिला है। यह सिर्फ 75 दिनों में हुआ है। बता दें कि चंदे का प्रति दिन औसत 48 करोड़ रुपये है। 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी को चंदा मिला था उसका 18 गुना अधिक चंदा 2019 में मिला है। बता दें कि एडीआर की तरफ से जारी के एक रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2018-19 में भाजपा को चुनावी बांड के जरिये 1,450.89, कांग्रेस को 383.26 व तृणमूल कांग्रेस को 97.28 करोड़ रुपये का चंदा मिला।

प्रति दिन का औसत 2.6 करोड़ रुपए है: बता दें कि 2014 में लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद  16 मार्च से  5 मई के बीच  चंदे के रुप में 192 करोड़ रुपए प्राप्त किए थे। बीजेपी को हर दिन औसतन 2.6 करोड़ रुपए मिले थे। बीजेपी ने यह चुनाव आयोग को अपनी वार्षिक व्यय विवरण में बताया है। यह सभी चंदा चेक और ड्राफ्ट के माध्यम से लिया गया है।

Hindi News Live Hindi Samachar 17 January 2020: पढ़ें आज की बड़ी खबरें

2014 में 714 करोड़ रुपए किए खर्च: भाजपा ने लोकसभा चुनावों पर 1,264 करोड़ रुपये खर्च किए, जो इस अवधि के दौरान उसकी आय से आधी से भी कम है। इसमें मीडिया प्रचार (प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, बल्क एसएमएस, केबल, वेबसाइट, टीवी चैनल) पर 325 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च शामिल था। इसकी तुलना में 2014 के आम चुनावों में भाजपा ने 714 करोड़ रुपये खर्च किए थे।

कांग्रेस को मिले 807 करोड़ रुपए: वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में एक उम्मीदवार का सबसे बड़ा खर्च भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर किया था। उनके अभियान पर पार्टी ने 50 लाख रुपये खर्च किए है। दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी को चुनाव घोषणा के बाद 807 करोड़ रुपए चंदा रुप में मिला था। जबकि पार्टी ने 820 करोड़ रुपये खर्च किए थे।