भाजपा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि उनके सहयोगी लालू प्रसाद जातिवाद को एक नई ऊंचाई पर ले गए हैं। दरअसल, नीतीश ने आरोप लगाया था कि भाजपा विधानसभा चुनाव के दौरान उनके विकास एजेंडा से सिर्फ ध्यान भटकाने के लिए जातिवाद और जंगल राज का हौआ पैदा कर रही है।

भाजपा प्रमुख अमित शाह की ‘औकात’ पर सवाल उठाने वाली नीतीश की टिप्पणी पर एतराज जताते हुए पार्टी के नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जिन्होंने लालू प्रसाद को अपना नेता स्वीकार किया है उन्हें बताना चाहिए कि उनकी हैसियत क्या है।

आरक्षण नीति की समीक्षा के बारे में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की टिप्पणी से भाजपा के किनारा करने पर नीतीश ने यह टिप्पणी की थी। कुमार की खिल्ली उड़ाते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब तक उन्होंने भाजपा और आरएसएस के समर्थन से शासन किया तब तक वे उनके लिए अच्छे थे।

जावड़ेकर ने इस बात का भी जिक्र किया कि पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, जिन्होंने कुमार को मुख्यमंत्री बनाया वह भी संघ के प्रचारक थे। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार हताश और परेशान हैं तथा अनाप शनाप बोल रहे हैं। वह अपना संतुलन खो बैठे हैं और हमारे खिलाफ उनके आरोप पाखंड हैं। उनके नेता लालू प्रसाद अपने लिए यादवों के वोट डालने की खुल कर बातें कर रहे हैं।

जावड़ेकर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा,, ‘‘वह जातिवाद को एक नयी ऊंचाई पर ले गए और कुमार का दावा है कि उनका एजेंडा विकास है।’’ यह पाखंड है।

प्रसाद और कुमार के भाजपा पर आरक्षण के मुद्दे पर हमला बोलने के मद्देनजर जावड़ेकर ने कहा कि उन्हें अपने सहयोगी कांग्रेस से रुख स्पष्ट करने को कहना चाहिए जिनके नेता जितिन प्रसाद और मनीष तिवारी ने कहा है कि मौजूदा कोटा प्रणाली की समीक्षा होनी चाहिए।