महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना में सरकार बनाने पर खींचतान के बीच शिवसेना नेता की गुर्राहट सामने आई है। पार्टी नेता संजय राउत ने बीजेपी पर भड़कते हुए कहा है कि वे (बीजेपी वाले) कागज फाड़ सकते हैं। मंत्रालय में रखी फाइलों में आग लगवा सकते हैं, पर बयान कैसे डिलीट कर पाएंगे?
राउत ने NDTV से बातचीत में 50-50 फॉर्म्युला और बीजेपी से लिखित आश्वासन पर कहा, “राजनीतिक चहल-पहल शुरू नहीं हुई है। अब तक बातचीत नहीं है। एक-दूजे के लिए संदेश नहीं है। उनके और हमारे पास आंकड़े हैं और आंकड़े-आंकड़े खेल रहे हैं।”
“मांग क्यों नहीं होनी चाहिए? और, बीजेपी क्या तय करेगी कि यह छोड़ दें। उनका करार है हमारे साथ। उन्हें समझना चाहिए कि आम चुनाव से पहले जो जुबान दी है। मीडिया के सामने, वह रिकॉर्ड तो आप डिलीट नहीं कर सकते। आप कागज फाड़ सकते हैं। फाइलें गायब कर सकते हैं। मंत्रालय में आग लगा सकते हैं। बीच में लगवाई भी थी…रिकॉर्ड खत्म करने के लिए। पर मीडिया के सामने जो बात तय हुई है कि 50-50 का वादा। सत्ता के बंटवारे पर। वह आप कैसे डिलीट करेंगे?”
अगर मुकर गई, तब क्या करेंगे? राउत ने जवाब दिया, “बीजेपी हमेशा राम नाम का जप करती है। राम का मतलब है सत्य। आप राम मंदिर बनाने जा रहे हैं। राम तो सत्य वचनी थे, तो आप सत्य बताएं और सच बोलें।” अंत में यह पूछे जाने पर कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा? उन्होंने साफ किया कि यह बात पार्टी में सिर्फ चीफ उद्धव ठाकरे तय करेंगे।
#NDTVExclusive | Shiv Sena's Sanjay Raut speaks to NDTV on Maharashtra assembly elections results.
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— NDTV (@ndtv) October 28, 2019
दरअसल, महाराष्ट्र में इस बार का चुनाव बीजेपी-शिवसेना ने साथ लड़ा था। 288 विधानसभा सीटों वाले महाराष्ट्र के चुनाव में BJP ने 105, Shivsena ने 56, NCP को 54, Congress को 44 और राज ठाकरे की MNS को एक सीट मिली।
बीजेपी और शिवसेना ने नतीजों के बाद साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मिलकर सरकार बनाने से जुड़ा ऐलान भी किया, पर राउत के हालिया बयान से यही साफ हो रहा है कि गठबंधन के बाद भी दोनों दलों के बीच चीजें ठीक नहीं हैं।