भाजपा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने एक ट्वीट के जरिए अपनी ही सरकार पर तंज कसा है। स्वामी ने ट्वीट कर लिखा कि “मैंने भाजपा सरकार को संविधानिक रास्ता दिखा दिया है। मैं घोड़े को पानी तक ले जा सकता हूं लेकिन उसे पानी पिला नहीं सकता।” स्वामी का यह ट्वीट अर्नब गोस्वामी के मामले से जोड़कर देखा जा रहा है। बता दें कि भाजपा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने बीते दिनों अर्नब गोस्वामी को लेकर एक ट्वीट किया था।
इस ट्वीट में सुब्रमण्यन स्वामी ने लिखा था कि “गोस्वामी के पास भाजपा के केन्द्रीय मंत्रियों का समर्थन है, जो उनके पक्ष में अपनी आवाज उठा रहे हैं। ऐसे में अगर मैं भी आवाज उठाऊंगा तो इससे कौन सा ज्यादा फर्क पड़ेगा? अगर भाजपा चाहती है तो यह महाराष्ट्र सरकार को संविधान के अनुच्छेद 256 और 257 ए के तहत निर्देश भेज सकती है….अगर वह फिर भी नहीं सुनते हैं तो फिर संविधान के अनुच्छेद 356 का इस्तेमाल करें।”
माना जा रहा है कि सुब्रमण्यन स्वामी का ताजा ट्वीट इसी ट्वीट के संदर्भ में आया है। अपने ट्वीट में स्वामी ने केन्द्र सरकार से महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने का रास्ता सुझाया है। बता दें कि संविधान के अनुच्छेद 256 और 257 ए के तहत केन्द्र सरकार किसी भी राज्य सरकार को आवश्यक निर्देश दे सकती है। स्वामी के अनुसार, अगर महाराष्ट्र सरकार निर्देशों के बावजूद केन्द्र की बात नहीं सुनती है तो महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए। संविधान के अनुच्छेद 356 के तहत केन्द्र सरकार को यह शक्ति मिली हुई है।
I have shown the Constitutional way to the BJP govt. I can take a horse to water but i cannot make it drink
— Subramanian Swamy (@Swamy39) November 8, 2020
राष्ट्रपति शासन के तहत राज्य का नियंत्रण मुख्यमंत्री की जगह सीधे भारत के राष्ट्रपति के अधीन आ जाता है। हालांकि प्रशासनिक अधिकार राज्यपाल को मिलते हैं।
अर्नब गोस्वामी को हाल ही में मुंबई पुलिस ने एक इंटीरियर डिजाइनर को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। भाजपा इसे महाराष्ट्र सरकार की बदले की कार्रवाई करार दे रही है और महाराष्ट्र भाजपा द्वारा इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन भी किया जा रहा है। अर्नब की गिरफ्तारी का सोशल मीडिया पर भी खासा विरोध किया जा रहा है। बॉम्बे हाईकोर्ट सोमवार को अर्नब गोस्वामी की अंतरिम जमानत याचिका पर फैसला सुना सकता है।