भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने एक ट्वीट में तमिलनाडु में स्थित रामसेतु को राष्ट्रीय विरासत घोषित करने का मुद्दा उठाया है। बता दें कि यह सेतु मन्नार की खाड़ी में स्थित है जोकि रामेश्वरम को श्रीलंका के जाफना द्वीप से जोड़ता था। कहा जाता है कि इस सेतु से ही होकर भगवान श्रीराम लंका पहुंचे थे और रावण का वध किया था।

बता दें कि मंगलवार को राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इस सेतु के ऊपर से हवाई यात्रा के दौरान तस्वीरें लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर शेयर किया। इस फोटो के साथ उन्होंने लिखा कि आखिर मोदी इसे राष्ट्रीय विरासत स्मारक घोषित क्यों नहीं करते, उन्हें कौन रोक रहा है, ऐसा करने से?

स्वामी इसके पहले भी मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े करते रहे हैं। सोमवार को उन्होंने अपने एक ट्वीट में भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर मोदी सरकार कर तंज कसा था। दरअसल भारतीय सीमा में चीन के कब्जे को केंद्र सरकार नकार चुकी है। ऐसे में स्वामी ने ट्वीट कर कहा कि, आखिर जब कोई आया ही नहीं, तो फिर चीन से बात क्यों? आमने-सामने 18 बार की बैठक, और पांच बार पीएम मोदी की चीन की यात्राओं के बाद भी, कुछ हासिल नहीं हुआ। हम चीन से बात करने के लिए याचना की मुद्रा में हैं?

स्वामी चीन ही नहीं बल्कि अन्य मुद्दों पर भी मोदी सरकार को लेकर ट्वीट करते रहते हैं। अभी हाल ही में भारत की सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के निजीकरण को सुब्रमण्यम स्वामी ने पोंजी स्कीम बताया था। उन्होंने कहा था कि, “एयर इंडिया की खरीद के लिए 15,000 करोड़ रुपये कर्ज के रुप में जुटाने की संभावना है। मतलब जिस एयर इंडिया को भारत सरकार ने बेचा, उसे सरकारी बैंक ही फाइनेंस कर रही है। ये पोंजी स्कीम है।” गौरतलब है कि 18,000 करोड़ रुपये में टाटा ने एयर इंडिया को खरीदा है। जिसमें 15,300 करोड़ रुपये कर्ज के रूप में और बाकी नगद देना है।

फिलहाल स्वामी के बगावती तेवरों के बीच भाजपा ने अपनी नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की है और उसमें सुब्रमण्यम स्वामी को जगह नहीं दी है। ऐसे में सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्विटर और फेसबुक के बायो से ‘भाजपा’ का नाम हटा लिया है।