देश में कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। दूसरी लहर में रोजाना लाखों की संख्या में लोग पॉज़िटिव पाये जा रहे हैं और हजारों लोगों की रोजाना मौत हो रही है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कटु आलोचक और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राज्यसभा सांसद डॉ सुब्रमण्यम स्वामी ने एक आर्टिकल शेयर करते हुए पीएम पर एक बार फिर निशाना साधा है।
स्वामी ने एक आर्टिकल शेयर किया है, जिसकी हैडलाइन है “नरेंद्र मोदी की लाई “कोरोना वाली तबाही” भारत को घुटनों पर ले आई।” भाजपा नेता ने इसे शेयर करते हुए लिखा “पीएमओ को वक्त और पैसा बर्बाद करने के बजाय ऐसी निंदा का जवाब देना चाहिए।” स्वामी के इस ट्वीट पर लोग उन्हें ट्रोल भी कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा “पहले आप भाजपा से इस्तीफा दो फिर आपकी बात सुनेंगे।”
एक यूजर ने लिखा “नरेंद्र मोदी को नई टीम की जरूरत नहीं है। बल्कि इस देश को नए प्रधान मंत्री जी जरूरत है।” बलीरम नाम के एक यूजर ने लिखा “मोदी नेतृत्व में भारत ने सभी क्षेत्रों में सफलता अर्जित की है एवं वैश्विक महामारी ने विकास में रुकावट अवश्य पैदा की है परन्तु शीघ्र ही देश कोरोना मुक्त होगा,आगे बढ़ेगा | विश्व ने महामारी में मदद कर अहसान नहीं किया क्योंकिम उन्हें पता है मोदी के साथ भारत शीघ्र उठ खड़ा होगा।”
Narendra Modi’s COVID catastrophe brings India to its knees https://t.co/KXgJK583FW : PMO should answer such criticism instead of wasting money of Fake ID twitter skunks
— Subramanian Swamy (@Swamy39) May 7, 2021
ये पहली बार नहीं है जब कोरोना को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा हो। इससे पहले बुधवार को उन्होंने ट्वीट कर पीएम को सलाह दी कि कोरोना से लड़ने का काम वे नितिन गडकरी को सौंप दें। भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के आसरे रहना अब किसी काम का नहीं रह गया।
स्वामी ने लिखा “भारत में कोरोना की एक और लहर आ सकती है। इस लहर में इस वायरस के निशाने पर बच्चे होंगे। ऐसे में प्रधानमंत्री को चाहिए कि वह कोरोना से पूरी लड़ाई लड़ऩे का जिम्मा गडकरी को दे दें। अब सिर्फ पीएमओ के भरोसे निर्भर रहने से काम नहीं चलेगा।”
इससे पहले स्वामी ने ऑक्सीजन की उपलब्धता और कोरोना की दूसरी लहर से निपटने की तैयारी पर भी मोदी सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि संसद की स्वास्थ्य मंत्रालय की स्थाई कमेटी ने कोरोना की दूसरी लहर के लिए पहले से सरकार को आगाह किया था।

