अमेरिका के 30 अगस्त तक अफगानिस्तान छोड़ने के ऐलान के बाद से ही क्षेत्र में तनाव बरकरार है। दरअसल, अफगानिस्तान से अमेरिकी और नाटो के सैनिकों के जाने के बाद एक बड़े क्षेत्र में तालिबान का कब्जा हो चुका है। यहां संगठन अपने शरिया कानून के हिसाब से शासन करने में जुटा है। इस बीच चीन और पाकिस्तान ने भी कूटनीतिक तौर पर इस अहम क्षेत्र पर नजरें जमा ली हैं। हाल ही में जब एक यूजर ने इस बारे में भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी से सवाल किया, तो उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि एक विराट हिंदू नेता इन सभी को पटक सकता है।

क्या था भाजपा सांसद से सवाल?: दरअसल, सोशल मीडिया पर यूजर @ArtiSharma001 ने अफगानिस्तान पर एक रिपोर्ट शेयर की। इसमें कहा गया था कि अमेरिका के जाने के बाद अफगानिस्तान पर चीन, पाकिस्तान, ईरान और रूस की नजरें फिर जम गई हैं। ट्वीट में यूजर ने लिखा, “एक बार फिर अफगानिस्तान मजधार में है।” इसी को लेकर स्वामी ने रिप्लाई में मोदी सरकार पर तंज कसा।

क्या बोले सुब्रमण्यम स्वामी?: भाजपा सांसद ने इस सवाल के जवाब में कहा, “बीच मजधार में? नहीं!! पाकिस्तान की गुलामी और चीन की रहनुमाई में अफगानिस्तान का तालिबानीकरण हो रहा है।” इसके बाद उन्होंने केंद्र सरकार की विदेश नीति पर निशाना साधते हुए कहा, “सपना देखते रहिए कि कोई आया नहीं, कोई गया नहीं, जब तक ये तीनों जीटी रोड से कोलकाता तक न आ जाएं। जाहिर है कि एक विराट हिंदू नेता के राज में हम उन्हें पटक सकते हैं।”

यूजर्स बोले- आप भाजपा-संघ नेताओं को गलतियों के बारे में बताएं: सुब्रमण्यम स्वामी के इस ट्वीट पर यूजर्स ने भी प्रतिक्रिया दीं। आदित्य सिंह नाम के यूजर ने लिखा, “आप आरएसएस और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से बात करिए और उन्हें बताइए कि सत्ता के ‘कोई आया नहीं, कोई गया नहीं’ जैसी बातों से क्या नुकसान हो सकते हैं।” एक और यूजर तुषार दुबे ने कहा, “स्वामी जी, मुझे भी लगता है कि भारत को अफगानिस्तान में तालिबान से जंग में शामिल होना चाहिए, लेकिन फिलहाल महामारी का समय है और इसलिए जब तक वायरस खत्म नहीं हो जाता कुछ समय रुकने की जरूरत है।