CAA Protest Shaheen Bagh: नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में पिछले कई दिनों से प्रदर्शन जारी है। इस प्रदर्शन को लेकर अब तक कई सियासी बयान भी सामने आ चुके हैं। अब भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रवेश वर्मा ने शाहीन बाग पर प्रदर्शन पर बड़ा बयान देते हुए यह कह दिया कि ‘ये लोग आपके घरों में घुसेंगे, आपकी बहन-बेटियों से रेप करेंगे…’।
इस विरोध प्रदर्शन पर अपनी राय रखते हुए प्रवेश वर्मा ने कहा कि ‘अरविंद केजरीवाल भी यही कहते हैं कि मैं शाहीनबाग के साथ हूं औऱ दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी यहीं कहते हैं कि मैं शाहीन बाग के साथ हूं। दिल्ली की जनता जानती है कि जो आग आज से कुछ साल पहले कश्मीर में लगी थी कि वहां पर जो कश्मीरी पंडित हैं…उनकी बहन-बेटियों के साथ रेप हुआ था…उसके बाद वो आग यूपी में लगती रही, हैदराबाद में लगती रही, केरल में लगती रही…आज वो आग दिल्ली के कोने में लग गई है।
वहां पर लाखों लोग इकठ्ठे हो जाते हैं…और वो आग कभी भी दिल्ली के घरों तक पहुंच सकती है…हमारे घर में पहुंच सकती है…ये दिल्ली वालों को सोच-समझ कर फैसला लेना पड़ेगा…ये लोग आपके घरों में घुसेंगे…आपकी बहन-बेटियों को उठाएंगे…उनको रेप करेंगे…उनको मारेंगे। इसलिए आज समय है, कल मोदी जी नहीं आएंगे बचाने…अमित शाह नहीं आएंगे बचाने, आज समय है। आज अगर दिल्ली के लोग जाग जाएंगे तो अच्छा रहेगा…वो अपने आप को सुरक्षित आज भी महसूस करते हैं और वो खुद को तब तक केवल सुरक्षित महसूस करेंगे जब तक देश के प्रधानमंत्री मोदी जी हैं…अगर कोई और प्रधानमंत्री बन गया तो देश की जनता अपने-आप को सुरक्षित महसूस नहीं करेगी।’
#WATCH: BJP MP Parvesh Verma says, “…Lakhs of people gather there (Shaheen Bagh). People of Delhi will have to think & take a decision. They’ll enter your houses, rape your sisters&daughters, kill them. There’s time today, Modi ji & Amit Shah won’t come to save you tomorrow…” pic.twitter.com/1G801z5ZbM
— ANI (@ANI) January 28, 2020
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन को लेकर बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक वीडियो शेयर किया था और और दावा किया था कि महिलाओं को प्रदर्शन के लिए 500 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से दिए जा रहे हैं।
इस आरोप के बाद प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने अमित मालवीय के खिलाफ मानहानी का नोटिस भेज दिया है। नोटिस में कहा गया कि ऐसे झूठे आरोप लगाकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में प्रदर्शनकारियों को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।