राज्यसभा में बुधवार को ऐसा कुछ देखना को मिला जो आज तक के इतिहास में नहीं हुआ। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से पेश किए गए क्रिमिनल प्रोसीजर (आइइंडेंटिफिकेशन) बिल 2022 पर संसद में बहस चल रही थी। वहीं, इस बिल पर विपक्ष के सांसद और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कुछ सवाल उठाए, जिनका जवाब देने भाजपा के राज्यसभा सांसद महेश जेठमलानी आए। इस दौरान उनकी जबान फिसल गई और उन्होंने राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह को ‘माय लॉर्ड’ कहकर संबोधित किया, जिससे सदन के सभी सदस्य चौक गए। पूरा मामला घटित होने के बाद जेठमलानी ने तुरंत उपसभापति से माफी मांगी और कहा कि वह न्यायालय की अपनी इस आदत को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं।
महेश जेठमलानी का राजनीतिक कैरियर: महेश जेठमलानी ने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत 2009 लोकसभा चुनाव से की थी। इस चुनाव में उन्होंने मुंबई के उत्तर मध्य लोकसभा से चुनाव लड़ा था लेकिन इस चुनाव में वह हार गए थे। फिर 2021 में उन्हें पहली बार भाजपा की तरफ से राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया।
महेश जेठमनाली देश के प्रसिद्ध वकील राम जेठमलानी के बेटे हैं। उन्होंने लंदन से वकालत की पढ़ाई की है। जेठमलानी ने 12 फरवरी 1981 को बॉम्बे हाईकोर्ट से अपने करियर की शुरुआत की। वह देश कई बड़े केस लड़ चुके हैं। जिनमें उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल रहमान अंतुले के लिए कई क्रिमिनल और सिविल केस लड़े हैं। इसके साथ ही वह इंदिरा गांधी की हत्या के दोषियों के खिलाफ अपील भी कर चुके हैं। वे रिलायंस केस में अनिल अंबानी और प्रियंवादा बिरला केस में बिरला परिवार की ओर से कोर्ट में पेश हुए हैं।
जेठमलानी सुप्रीम कोर्ट में गुजरता दंगों में तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए और सोहराबुद्दीन केस में तत्कालीन गुजरात के गृह मंत्री अमित शाह के लिए गुजरात हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में पेश हो चुके हैं। इसके अलावा वे संजय दत्त केस में बेल और देश के सबसे बड़े शेयर बाजार के घोटाले के आरपी हर्षद मेहता के लिए भी केस लड़ चुके हैं। हाल ही में उन्होंने महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह का भी केस लड़ा था।
