राज्यसभा में बुधवार को 45 नए सांसदों ने शपथ ली। 61 नवनिर्वाचित सांसदों में से 45 ने शपथ ली वहीं बचे हुए सांसद मानसून सत्र में शपथ लेंगे। नए सांसदों के साथ ही भारतीय जनता पार्टी राज्यसभा में बहुमत के काफी करीब पहुंच गई है। बीजेपी अपने सहयोगी दल AIADMK, बीजद, टीआरएस की मदद से कोई भी बिल आसानी से पास करा सकती है।
राज्यसभा की कुल संख्या 245 है तीन सीटें फिलहाल खाली हैं। भाजपा नीत एनडीए के पास 112 सीटें हैं। बहुमत के आंकड़े से महज 10 सीटें दूर है। बीजेपी के पक्ष में अगर ऐसे ही आंकड़े जाते रहे तो नवंबर तक बीजेपी के पास बहुमत का आंकड़ा होगा। नवंबर में उत्तर प्रदेश की 10 और उत्तराखंड की एक राज्यसभा सीटें खाली हो रही हैं। इन दोनों सूबों में बीजेपी की स्थिति पर नजर डालें तो इन दोनों राज्यों की राज्यसभा सीटें भी बीजेपी के खाते में आती नजर आ रही हैं। बीजेपी के पास राज्यसभा में मौजूदा समय में 85 सीटें हैं। इसमें अगर एआईएडीएमके, जदयू, शिरोमणि अकाली दल और अन्य घटक दलों की संख्या जोड़ दें तो संख्याबल 112 हो जाता है। खाली पड़ी तीन सीटों में से एक-एक सीट बिहार, उत्तर प्रदेश और केरल की सीटें हैं।
नवंबर में उत्तर प्रदेश की 10 और उत्तराखंड की एक सीट खाली पड़ेगी। इनमें से, उत्तराखंड सीट वर्तमान में कांग्रेस के राज बब्बर के पास है। यूपी की 10 सीटों में से चार वर्तमान में समाजवादी पार्टी के पास हैं, दो बहुजन समाज पार्टी के पास हैं, एक कांग्रेस के पास और तीन भाजपा के पास हैं। उत्तर प्रदेश की राज्यसभा सीटों में से बीजेपी को कम से कम पांच सीटें मिलने का अनुमान है। 2020 के शीतकालीन सत्र तक, भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए 150 सांसदों के समर्थन होने की उम्मीद है।
बता दें कि राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को उच्च सदन के नवनिर्वाचित 61 सदस्यों में से 45 को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी । कोविड-19 महामारी के कारण अंतर सत्र के दौरान शपथ ग्रहण समारोह राज्यसभा के चैम्बर में आयोजित किया गया।