पश्चिम बंगाल में टीएमसी द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं को धमकाने का मामला सामने आया है। दरअसल पश्चिम बंगाल की सत्ता पर काबिज टीएमसी से जुड़े लोग भाजपा के नव-निर्वाचित पंचायत सदस्यों पर टीएमसी में शामिल होने का दबाव डाल रहे हैं। इसके लिए भाजपा नेताओं को कई तरह के प्रलोभन और धमकियां दी जा रही हैं। जिससे घबराकर कई भाजपा नेता झारखंड चले गए हैं। इनाडु इंडिया की खबर के अनुसार, भाजपा के पंचायत प्रतिनिधियों को फिलहाल झारखंड के चाकुलिया में स्थित अग्रसेन भवन में ठहराया गया है। जहां भाजपा कार्यकर्ता उनकी देखरेख में लगे हैं।

कुछ पंचायत प्रतिनिधि पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे संथाल परगना के कई जिलों में भी शरण लिए हुए हैं। भाजपा के पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि जब तक पश्चिम बंगाल में ऐसे हालात रहेंगे, तो उनका वहां रहना मुश्किल है। भाजपा नेताओं के अनुसार, टीएमसी सरकार के दबाव में पश्चिम बंगाल पुलिस भी उन्हें ही जेल में डालने की धमकी दे रही है। बता दें कि पश्चिम बंगाल में बीते मई माह के दौरान पंचायत चुनाव हुए थे, जिसमें टीएमसी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और पार्टी ने करीब 20,000 ग्राम पंचायत सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं भाजपा ने इन चुनावों में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करायी थी। भाजपा को इन चुनावों में करीब 5000 से ज्यादा पंचायत सीटों पर जीत मिली थी और भाजपा राज्य में दूसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरी थी। हालांकि चुनावों के दौरान हिंसा की कई खबरें आयीं थी। उस वक्त भी ऐसी कई खबरें आयीं थी कि भाजपा के कुछ उम्मीदवारों को टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा धमकाया गया था।

उल्लेखनीय है कि मीडिया में आयी रिपोर्ट के अनुसार, राज्य की 58,792 सीटों में से करीब एक तिहाई सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों को पर्चा दाखिल नहीं करने दिया गया था। जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने भी चिंता जाहिर की थी। चुनाव के दौरान राज्य में 13 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 50 लोग घायल हुए थे। माना जा रहा है कि जिस तरह से पंचायत चुनावों में भाजपा ने टीएमसी को टक्कर दी, उससे यकीनन टीएमसी की चिंता को बढ़ाया होगा। हाल ही में खबर भी आयी है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पश्चिम बंगाल पर विशेष ध्यान दे रहे हैं और उनकी योजना हर महीने राज्य का दौरा करने की है।