पश्चिम बंगाल विधानसभा में दो चरणों का मतदान हो चुका है। 6 अप्रैल को तीसरे चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। तीसरे चरण के मतदान से पहले पश्चिम बंगाल भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि सत्ता में आने के बाद हम राज्य में एनआरसी लागू नहीं करेंगे। हालांकि विजयवर्गीय ने यह कहा है कि उनकी पार्टी राज्य में सीएए को लागू करने पर विचार करेगी ताकि दूसरे देशों से आए शरणार्थियों को नागरिकता दी जा सके।

कैलाश विजयवर्गीय ने समाचार एजेंसी पीटीआई के साथ बातचीत में कहा कि हम चुनावों के बाद राज्य में सीएए को लागू करना चाहते हैं। यह वादा हमने अपने चुनावी घोषणापत्र में भी किया है। यह हमारे लिए बेहद ही महत्वपूर्ण मुद्दा है क्योंकि हम धार्मिक आधार पर उत्पीड़न के शिकार शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देना चाहते हैं। साथ ही विजयवर्गीय ने कहा कि हमने पश्चिम बंगाल में एनआरसी लागू करने पर कोई विचार नहीं किया है। ज्ञात हो कि पश्चिम बंगाल में रहने वाले करीब 72 लाख शरणार्थी रहते हैं।

वहीं सीएए- एनआरसी पर भ्रम फ़ैलाने के लिए भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी को दोषी ठहराया। विजयवर्गीय ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस नए नागरिकता कानून को लेकर लोगों के बीच भ्रम फैला रही है। साथ ही विजयवर्गीय ने कहा कि टीएमसी नए नागरिकता कानून का विरोध कर रही है जबकि इससे लाखों लोगों को फायदा पहुंच सकता है।

इसके अलावा चुनाव में गड़बड़ी को लेकर तृणमूल कांग्रेस द्वारा निर्वाचन आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने को लेकर भाजपा नेता ने कहा कि यह हैरानी की बात है। आखिर टीएमसी तब चुनाव आयोग पर सवाल क्यों नहीं उठा रही थी जब उन्हें दो बार जीत मिली। आगे भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस को अपनी हार दिखाई दे रही है। इसलिए वह ऐसे आरोप लगा रही है।

कैलाश विजयवर्गीय ने इस दौरान विधानसभा चुनाव में 200 से ज्यादा सीटों को जीतने का भी दावा किया। साथ ही मुख्यमंत्री पद के दावेदार को लेकर उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं। हमने कभी भी किसी भी राज्य में चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया। हमारे लिए विचारधारा महत्वपूर्ण है। चुनाव जीतने के बाद सभी विधायक मिलकर मुख्यमंत्री पद का फैसला करेंगे।