अयोध्या में भव्य राम मंदिर में सोमवार (22 जनवरी 2024) को श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर हर तरफ उत्साह का माहौल है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अयोध्या में सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया। समारोह के लिए बुलाए गए मेहमान भी पहुंचने लगे हैं। इस बीच यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के अयोध्या में कारसेवा करने वालों पर गोली चलाने की घटना पर कई तरह के बयानबाजी जारी है। इस मामले में मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने एबीपी न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “मैं इस बारे में इसलिए नहीं बोलना चाहती हूं क्योंकि राम मेरे इष्ट देव हैं। जो भी घटना उस समय हुई वो हो चुकी है। आज हमारे यहां राम मंदिर बन गया है।”
घरों में दीप जलाने और सजाने का किया आह्वान
उन्होंने लोगों से सोमवार को दीप जलाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “सभी लोग अपने घर में एक दीप जलाएं या पूरे घर में दीप जलाएं। अपने घरों को सजाएं और उत्सव मानाएं। शीतलहर भी है लेकिन रामलहर भी है।”
अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम को सराहा
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा, “हर भारतीय के लिए और हर सनातनी के लिए राम लहर है। प्रधानमंत्री जी हमारे और बीजेपी के लीडर भी हैं। हमारे सबके मार्गदर्शक भी हैं। जो प्रधानमंत्री जी कहते हैं उस पर हम सभी को अमल करना चाहिए।”
30 अक्टूबर 1990 और 2 नवंबर 1990 को अयोध्या में कारसेवकों पर पुलिस ने गोलियां चलाई थीं। इसमें कई कारसेवकों की मौत हो गई थी। घटना को लेकर तत्कालीन मुलायम सिंह सरकार को बीजेपी समेत कई संगठन दोषी मानते हैं, वहीं समाजवादी पार्टी इसको कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए जरूरी बताती है।
हाल ही में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने 1990 में अयोध्या में ‘कार सेवकों’ पर गोलीबारी को उचित ठहराते हुए कहा कि यह उस समय उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था और शांति बनाए रखने के लिए किया गया था, जिसके बाद एक नया विवाद खड़ा हो गया है।
कारसेवकों पर गोली चलाने की घटना के बाद विश्व हिंदू परिषद (VHP), बजरंग दल समेत कई हिंदू संगठनों ने देशभर में बड़ा आंदोलन शुरू कर दिया था। इसके बाद 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद को ढहा दिया गया था।
