अयोध्या में आज सोमवार (22 जनवरी 2024) को भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में विशिष्ट लोगों का पहुंचना रविवार से ही जारी है। इसमें कई राजनीतिक नेता, सिनेमा, खेल, कारोबार और अन्य क्षेत्रों की बड़े नामी-गिरामी हस्तियां हैं। हालांकि विपक्षी दलों के जिन नेताओं को न्योता दिया गया था, उनमें से अधिकतर नहीं पहुंचे। इस बीच समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के परिवार को भी इस भव्य समारोह में आमंत्रित किया गया था, लेकिन न तो अखिलेश यादव आ रहे है और नहीं उनकी पत्नी सांसद डिंपल यादव ही आ रही हैं। लेकिन उनके परिवार की ही बहू और बीजेपी नेता अपर्णा यादव अयोध्या पहुंच गई हैं।

रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार भी जताया

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो शेयर करके अपने अयोध्या जाने की जानकारी सार्वजनिक की। वीडियो में उन्होंने कहा, “जय श्रीराम, मैं अयोध्या जा रही हूं। आज मेरे लिए जीवन का बहुत बड़ा दिन है। आशा करती हूं कि सभी के जीवन में भगवान श्रीराम आशीर्वाद दें कि हमारा देश विकास करे। हृदय से पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना चाहती हूं, जिन्होंने बहुत ही सुंदर और बहुत ही अच्छा एक मंदिर जो हम सब भारतीयों की आस्था का प्रतीक है, उसको बनाने का एक बहुत बड़ा प्रण लिया है।”

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़ी पूरी कवरेज यहां पढ़ें

इससे पहले उनके परिवार के ही नेता और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव ने पहले कहा कि न्योता मिला तो वे लोग जरूर अयोध्या जाएंगे। न्योता मिलने पर वे बोले अयोध्या नहीं जाएंगे। फिर कहा कि उन्हें न्योता नहीं मिला है। इसके बाद कहा कि भगवान राम सबके हैं। यह प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम धार्मिक नहीं, बल्कि बीजेपी का राजनीतिक कार्यक्रम है। ऐसे में वे नहीं जाएंगे।

समाजवादी पार्टी की ही तरह कांग्रेस पार्टी ने भी आधिकारिक रूप से अयोध्या जाने का न्योता ठुकरा दिया। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे बीजेपी का कार्यक्रम बताते हुए कहा कि न तो वे और न ही सोनिया गांधी और न ही लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी अयोध्या जाएंगे। हालांकि पार्टी के यूपी इकाई के कई नेता प्राण-प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या जाकर सरयू नदी में स्नान किए और भगवान रामलला का दर्शन किए।

इस बीच प्राण प्रतिष्ठा समारोह दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और मंदिर निर्माण ट्रस्ट के अनुसार इसके दोपहर एक बजे तक सम्पन्न होने की उम्मीद है। इसके बाद प्रधानमंत्री एक सभा को संबोधित करेंगे। राम मंदिर का निर्माण और प्रबंधन कर रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक सदस्य ने बताया, ‘‘प्रधानमंत्री मंदिर निर्माण से जुड़े ‘श्रमजीवियों’ के साथ भी बातचीत करेंगे।’’ उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी कुबेर टीला भी जाएंगे, जहां एक प्राचीन शिव मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है। वह वहां पूजा करेंगे।

मैसूर के अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई रामलला की नई 51 इंच की मूर्ति को पिछले गुरुवार को मंदिर के गर्भगृह में रखा गया था। मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि मंदिर में प्रवेश पूर्व दिशा से और निकास दक्षिण दिशा से होगा। मंदिर तीन मंजिला होगा। मुख्य मंदिर तक पहुँचने के लिए श्रद्धालु पूर्वी दिशा से 32 सीढ़ियाँ चढ़ेंगे। पारंपरिक नागर शैली में निर्मित मंदिर परिसर 380 फीट लंबा (पूर्व-पश्चिम दिशा), 250 फीट चौड़ा और 161 फीट ऊंचा होगा। मंदिर की प्रत्येक मंजिल 20 फीट ऊंची होगी और इसमें 392 खंभे और 44 द्वार होंगे।