अभी से ठीक डेढ़ साल पहले का वक्त याद कीजिए, मई 2024 में लोकसभा चुनाव के नतीजे आए थे। देश भर के तमाम विपक्षी दलों, राजनीतिक विश्लेषकों और बीजेपी के आलोचकों ने उस पर हमला बोल दिया था और कहा था कि मोदी-शाह का जादू खत्म हो गया है।

बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में अकेले दम पर 370 और एनडीए के 400 सीटें जीतने का दावा किया था जबकि वह खुद 240 सीटें जीती और एनडीए को भी बहुमत (272) से कुछ ही ज्यादा- 292 सीटें मिली।

बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 में जबरदस्त प्रचार किया था। पार्टी को उम्मीद थी कि वह 2019 में मिली 303 सीटों के प्रदर्शन को पीछे छोड़ देगी लेकिन जब उसे सिर्फ 240 सीटें मिली तो यह पार्टी के रणनीतिकारों, चुनाव प्रबंधन देखने वालों के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी से जुड़े तमाम संगठनों और उसके समर्थकों के लिए एक बड़े झटके की तरह था।

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इसके बाद भाजपा ने खुद को चुनाव लड़ने के लिए फिर से तैयार किया। पार्टी ने अपनी कमियों को पहचाना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कामकाज को आगे रखते हुए चुनाव प्रचार में उतरी।

हरियाणा में लगातार तीसरी बार बनाई सरकार

बीजेपी की पहली परीक्षा हरियाणा में होनी थी। हरियाणा में तमाम एग्जिट पोल और राजनीतिक विश्लेषक कांग्रेस की जीत तय बता रहे थे लेकिन पार्टी ने तमाम चुनावी अनुमानों को ध्वस्त करते हुए लगातार तीसरी बार हरियाणा में सरकार बनाई और अपने दम पर बहुमत हासिल किया।

हरियाणा के बाद बीजेपी ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर बड़े अंतर से महाराष्ट्र का चुनाव जीता। महाराष्ट्र में वह सबसे बड़ी पार्टी बनी।

दिल्ली में आप को हराया

हरियाणा और महाराष्ट्र की जीत से बीजेपी की जान में जान आई और उसने दिल्ली के विधानसभा चुनाव के लिए जोर-शोर से तैयारी शुरू की। दिल्ली में 10 साल से आम आदमी पार्टी की सरकार थी लेकिन बीजेपी ने पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ते हुए आम आदमी पार्टी को सत्ता से बाहर कर दिया। 27 साल बाद पार्टी की दिल्ली की सत्ता में वापसी हुई थी।

बिहार में बीजेपी बनी सबसे बड़ी पार्टी

दिल्ली के बाद अगला पड़ाव बिहार था। बिहार में बीजेपी ने अपने सहयोगियों- जेडीयू, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के साथ बेहतर सीट बंटवारा करते हुए चुनाव लड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित पार्टी के तमाम बड़े नेताओं ने फ्रंट पर आकर मोर्चा संभाला और एनडीए के लिए वोट मांगे।

अब जब तस्वीर लगभग साफ हो चुकी है कि बिहार के लोगों ने बीजेपी और एनडीए को जबरदस्त जनादेश दे दिया है, लोकसभा चुनाव 2024 में झटका खाने वाली बीजेपी ने यह दिखा दिया है कि जबरदस्त कमबैक कैसे किया जाता है।

बीजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में मिली हार से सबक सीखते हुए इन तमाम राज्यों में अच्छा प्रदर्शन कर कांग्रेस सहित विपक्ष के तमाम दलों को बता दिया है कि चुनाव में जीत हासिल करने का सिर्फ एक ही फार्मूला है- वह है अथक मेहनत।

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