संशोधित नागरिकता कानून (CAA) को देश के अलग-अलग हिस्सों में भारी विरोध झेलना पड़ रहा है। लोग इस कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन रहे हैं। वहीं केन्द्र सरकार का कहना है कि सीएए को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। ऐसे में केन्द्र सरकार ने सीएए को लोगों को समझाने के लिए लोगों को इस कानून के बारे में जानकारी देने की योजना बनायी है।
खास बात ये है कि मुस्लिम इलाकों में भाजपा उर्दू भाषा में लिखे पर्चे बंटवा रही है। इन पर्चों में संशोधित नागरिकता कानून के समर्थन में बातें लिखी गई हैं। सरकार का आरोप है कि विपक्षी पार्टियां सीएए के मुद्दे पर लोगों को भड़का रही हैं और इस कानून के तहत किसी नागरिक की नागरिकता नहीं जाएगी।
संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ लगातार प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि तमाम दबाव के बावजूद उनकी सरकार फैसले पर अडिग है। वाराणसी में एक कार्यक्रम के दौरैान उन्होंने कहा, ‘‘चाहे अनुच्छेद 370 पर फैसला हो या फिर नागरिकता संशोधन कानून पर फैसला हो, यह देश हित में जरूरी था। दबाव के बावजूद हम अपने फैसले के साथ खड़े हैं और इसके साथ बने रहेंगे।’’
बता दें कि सीएए के खिलाफ बीते दिसंबर में कई जगहों पर हिंसा देखने को मिली थी, जिसमें कई लोगों की मौत और आगजनी की घटनाएं हुई थीं। इसके बाद दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में इसके खिलाफ शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन शुरू हुआ, जो धीरे-धीरे देश के अलग-अलग हिस्सों में फैल गया और लोगों ने शाहीन बाग की तरह सड़कों पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।