हमेशा की तरह इस बार भी हरियाणा विधानसभा चुनाव में दक्षिणी हरियाणा की सीटें अहम रहने वाली हैं। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के प्रभाव वाले इस क्षेत्र में भाजपा ने कई प्रत्याशी उनकी पसंद तो कई नापसंद के उतारे गए हैं। इससे चंडीगढ़ विधानसभा तक पहुंचने में सत्ता की सीढ़ी कहे जाने वाले दक्षिण हरियाणा के समीकरण रोचक हो गए हैं। कई सीटों पर भाजपा में गुटबाजी और खेमेबंदी से कांग्रेस को फायदा नजर आ रहा है।

साल 2009 में परिसीमन के बाद भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा और गुड़गांव लोकसभा सीट के तहत आने वाली अधिकांश विधानसभा सीटों पर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का प्रभाव देखने को मिलता है। भाजपा ने जिला महेंद्रगढ़ की चारों विधानसभा में इस दफा सभी अहीर नुमाइंदों को प्रत्याशी बनाया है। इनमें सबसे महत्त्वपूर्ण अटेली विधानसभा है, जहां से राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव पहली बार चुनाव मैदान में हैं। अटेली से भाजपा के निवर्तमान विधायक सीताराम का टिकट काटा गया है। हालांकि कांग्रेस पार्टी ने अटेली विधानसभा सीट पर अपनी पुरानी प्रत्याशी अनीता यादव पर भरोसा जताया है। जननायक जनता पार्टी (जजपा) की तरफ से आयुषी राव को टिकट दिया गया है। आयुषी राव नरबीर सिंह के भाई कमलवीर सिंह की बेटी हैं।

महेंद्रगढ़ विधानसभा सीट भाजपा की परंपरागत सीट रही है, लेकिन पार्टी ने इस बार दो बार के प्रदेशाध्यक्ष, पांच बार विधायक और मंत्री रहे रामबिलास शर्मा का टिकट काट दिया है। रामबिलास की जगह अहीर जाति के पूर्व जिला प्रधान कवर सिंह यादव को टिकट दिया गया है। इसको लेकर पार्टी में खुले तौर विरोध और गुटबाजी भी उभर गई है। रामबिलास शर्मा की टिकट के लिए राव इंद्रजीत सिंह और सांसद धर्मवीर सिंह भी पैरवी कर रहे थे। नारनौल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने दो बार विधायक रहे ओम प्रकाश यादव को तीसरी बार प्रत्याशी बनाया है। ओपी यादव राव इंद्रजीत सिंह के करीबी हैं। इस सीट पर भाजपा से बगावत कर भाजपा महिला मोर्चा की जिला प्रभारी और नगर परिषद की पूर्व अध्यक्ष भारती सैनी निर्दलीय उतर चुकी हैं।

खट्टर के खासमखास अभय सिंह पर भी दबाव

जिला महेंद्रगढ़ की नांगल चौधरी विधानसभा में भाजपा ने अभय सिंह यादव को तीसरी बार टिकट दिया है। अभय सिंह यादव पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खासमखास माने जाते हैं और राव इंद्रजीत सिंह खेमा इनसे दूसरी रखता है। इसलिए यादव को यहां अपनों से ही कड़ी चुनौती मिलने के आसार हैं। नांगल चौधरी में कांग्रेस ने गुर्जर जाति की महिला मंजू चौधरी पर दाव लगाया है। क्षेत्र में गुर्जर, जाट और अनुसूचित जाति के प्रभाव की वजह से मंजू चौधरी की स्थिति मजबूत नजर आ रही है।

जिला रेवाड़ी की तीनों विधानसभा सीटों बावल, रेवाड़ी और कोसली में भाजपा अपनी जीत के लिए पूरी कोशिश कर रही है। बावल से दो बार विधायक और मंत्री रहे भाजपा के बनवारी लाल का इस बार टिकट कट गया है। उनके स्थान पर हरियाणा सरकार में हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के निदेशक रहे कृष्ण कुमार को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने बावल से विधायक और मंत्री रह चुके एमएल रंगा पर भरोसा जताया है। रेवाड़ी विधानसभा में इस बार भाजपा ने कोसली के निवर्तमान विधायक की सीट बदलकर लक्ष्मण यादव को प्रत्याशी बनाया गया। रेवाड़ी से टिकट की आकांक्षा रखने वाले रणवीर सिंह कापड़ीवास ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। भाजपा के सतीश यादव और सनी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में भाजपा प्रत्याशी लक्ष्मण यादव को भितरघात का डर सता रहा है। कांग्रेस ने रेवाड़ी सीट पर कप्तान अजय यादव के पुत्र चिरंजीवी राव को उम्मीदवार बनाया है।

हर सीट पर लड़ाई कठिन

रेवाड़ी जिले की कोसली विधानसभा सीट पर राव ने अपने भरोसेमंद अनिल डहीना को चुनावी मैदान में उतारा है। हालांकि यहां पूर्व विधायक विक्रम ठेकेदार अनिल के लिए सर दर्द बन सकते हैं। कांग्रेस ने राव परिवार के यादवेंद्र सिंह की जगह पूर्व मंत्री जगदीश यादव पर यकीन किया है। गुरुग्राम विधानसभा सीट पर इस बार भाजपा ने ब्राह्मण मुकेश शर्मा को प्रत्याशी बनाया है। बागी होकर उतरे नवीन गोयल ने मुकेश शर्मा के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। जीएल शर्मा ने भी भाजपा छोड़ दी है। कांग्रेस ने मोहित ग्रोवर को टिकट दिया है।

गुड़गांव जिले की पटौदी सीट पर भाजपा ने राव इंद्रजीत सिंह के कहे पर विमला चौधरी को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने यहां लगातार हो रही हार के बाद अपनी रणनीति बदलते हुए पर्ल चौधरी को प्रत्याशी बनाया है। पर्ल चौधरी पूर्व विधायक भूपेंद्र चौधरी की बेटी हैं और उच्चतम न्यायालय में वकालत करती हैं। गुड़गांव में बादशाहपुर विधानसभा सीट से राव नरबीर सिंह को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है।