एमपी के सीएम रहे दिग्विजय सिंह ने कहा है कि बीजेपी तमिलनाडु में कांग्रेस अध्यक्ष स्व. कामराज का फोटो लगाकर चुनाव लड़ रही है। बंगाल में नेताजी सुभाषचंद्र बोस के नाम पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस नेता ने कटाक्ष करते हुए कहा कि हेडगेवार, गोवलालकर, सावरकर, गोडसे, श्यामा प्रसाद मुखर्जी अगर इतने ही सम्मानित लोग थे तो बीजेपी प्रचार में इनका नाम लेने से क्यों शरमाती है। दिग्विजय अभी कांग्रेस से राज्यसभा सांसद हैं।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि दरअसल बीजेपी को यह विश्वास नहीं है कि अपने पुराने नेताओं के नाम पर उसे वोट मिल सकते हैं। यही वजह है कि पार्टी बंगाल में सुभाष चंद्र बोस की आड़ ले रही है तो तमिलनाडु में उसे स्व. कामराज याद आ रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर बीजेपी को अपनी नीतियों पर भरोसा है तो वह अपने नेताओं के फोटो लेकर लोगों के बीच जाए। उसे अपनी जमीनी हकीकत का पता बखूबी लग जाएगा।
भाजपा तमिलनाडु में कांग्रेस अध्यक्ष स्वर्गीय कामराज के फ़ोटो लगाकर चुनाव लड़ रही है ।
बंगाल में नेताजी सुभाषचंद्र बोस ( कांग्रेस अध्यक्ष ) के नाम पर चुनाव लड़ रही है ।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) March 9, 2021
हेडगेवार , गोवलालकर , सावरकर, गोडसे , श्यामा प्रसाद मुखर्जी अगर इतने ही सम्मानित लोग थे तो भाजपा अपने प्रचार में इनका नाम लेने से क्यों शरमाती है ?? इनके नाम पर वोट क्यों नहीं माँगती ??
-संतोष सोनी
सही पकड़ा है संतोष आपने।— digvijaya singh (@digvijaya_28) March 9, 2021
गौरतलब है कि सुभाष चंद्र बोस कांग्रेस के अध्यक्ष रहे थे। उन्होंने पट्टाभि सीतारमैया को चुनाव में शिकस्त दी थी। सीतारमैया को महात्मा गांधी का बेहद करीबी माना जाता था। हालांकि, बाद में बोस के तब के कांग्रेस नेताओं से इतने ज्यादा मतभेद हो गए कि उन्हें कांग्रेस छोड़कर फारवर्ड ब्लाक का गठन करना पड़ा। स्व. कामराज भी कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में से एक थे। स्व. इंदिरा गांधी के साथ उनके मतभेद किसी से छिपे नहीं हैं। इंदिरा ने कामराज को किनारे करने के बाद ही कांग्रेस के अध्यक्ष पद की कुर्सी तक पहुंच बनाई थी। कामराज तमिलनाडु से आते थे।
उधर, सोशल मीडिया पर दिग्विजय सिंह की इस टिप्पणी को लेकर यूजर्स ने अपनी रोचक प्रतिक्रिया दी हैं। संतोष सोनी ने लिखा, सही पकड़े हैं आप। धर्मेंद्र शर्मा ने लिखा, कल महिला दिवस पर आगरा में मां-बेटी की हत्या कर दी गई। UP की बाबा सरकार सिर्फ़ जुमलों तक सीमित है। प्रदेश में क़ानून नाम की कोई चीज नहीं बची है। बेहद शर्मनाक स्थिति है प्रदेश में। कल महिला दिवस पर सरकारी कार्यक्रमों की लाइन लगी परंतु धरातल पर आधी आबादी के लिए कुछ नहीं बचा। बेशर्म सरकार।
KamredSadyalके ट्विटर हैंडल से लिखा गया, भाजपा हर उस व्यक्ति का सम्मान करती है जिसने देश की स्वतंत्रता , देश के विकास में अपना योगदान दिया है। कांग्रेस पार्टी सोनिया गांधी की जय तक सीमित है कांग्रेसियों के लिए गांधी परिवार ही सर्वोपरि है। अजय सिंह ने लिखा, सर इस पृथ्वी पर दोगलों की कमी बिल्कुल नहीं है। सुभाष चन्द्र को कांग्रेस ने कदम कदम पर अपमानित किया। अंत मे मजबूर होकर उन्होंने खुद ही कांग्रेस जैसे पाखंडी संगठन को अलविदा भी कह दिया। यही इसकी हकीकत है।