हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार मुश्किलों से गुजर रही है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु ने ऐलान किया है कि वह अगले दो महीने तक वेतन नहीं लेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सभी मंत्री और मुख्य संसदीय सचिव भी राज्य की आर्थिक स्थिति के चलते अगले दो महीने तक अपना वेतन नहीं लेंगे। वहीं सुखविंदर सिंह सुक्खु के बयान के बाद बीजेपी ने कांग्रेस और उसके पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है। बीजेपी ने कहा कि जिस तरह की स्थिति हिमाचल की है, वैसे ही स्थिति कर्नाटक की भी हो रही है।

राहुल गांधी पर बीजेपी ने कसा तंज

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, “हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने राज्य की आर्थिक बदहाली का इजहार किया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी कहा करते थे कि लोगों के खाते में खटाखट पैसे आएंगे। खटाखट पैसे तो नहीं आए लेकिन फटाफट दिवालिया जरूर निकल गया।”

प्रेम शुक्ला ने कहा कि हमारे देश में 9 पहाड़ी राज्य हैं, उन सब राज्यों में हिमाचल प्रदेश सबसे अधिक आर्थिक बदहाली की स्थिति में है। उन्होंने कहा, “हिमाचल प्रदेश देश का दूसरा सबसे अधिक प्रति व्यक्ति कर्ज वाला राज्य बन चुका है। हिमाचल प्रदेश पर इस समय 87,000 करोड़ रुपये का कर्ज है और अगले वित्त वर्ष पहले से पहले ही यह आंकड़ा 1 लाख करोड़ रुपये की सीमा को पार कर जाएगा। हिमाचल प्रदेश का सालाना बजट 58,444 करोड़ रुपये का है। इसमें सिर्फ वेतन, पेंशन और कर्ज चुकाने में 42,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हो जाते हैं।”

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OPS को लेकर कांग्रेस पर बीजेपी ने साधा निशाना

प्रेम शुक्ला ने कांग्रेस के घोषणापत्र पर निशाना साधते हुए कहा, “आपको याद होगा कि इसी हिमाचल प्रदेश में ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने का वादा करके चुनाव जीता गया। आज तक ओल्ड पेंशन स्कीम लागू तो नहीं हुई लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए और जो राज्य चाहे उनके लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम लागू कर दी है। लेकिन ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने के बिना ही हिमाचल का दीवाला निकल चुका है।”

प्रेम शुक्ला ने कहा कि यही स्थिति कर्नाटक की भी है, जहां पर कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है और परिवहन कर्मचारी हड़ताल पर है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार ने बीते दिनों दूध का दाम बढ़ाया, पेट्रोल-डीजल का भाव बढ़ाया, यहां तक की पानी का भी रेट बढ़ गया है, लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि कर्नाटक की सिद्दारमैया सरकार ने प्रीमियम शराब का भाव कम कर दिया।