भारत में कोरोनावायरस के मामले बढ़ने के साथ ही वैक्सीन की कमी का मुद्दा उठना शुरू हो गया है। इस समस्या को उठाने वाला पहला राज्य महाराष्ट्र है। यहां सरकार ने साफ कर दिया है कि उसके पास कुछ ही दिन की वैक्सीन सप्लाई बची है। मुंबई में तो वैक्सीन की कमी के चलते शुक्रवार को करीब आधे वैक्सीनेशन सेंटर बंद रहे। इस मुद्दे पर एक टीवी चैनल पर हुई बहस के दौरान भाजपा और कांग्रेस के प्रवक्ता आरोप-प्रत्यारोप करते नजर आए। आलम यह था कि दोनों नेता एक-दूसरे के शीर्ष नेतृत्व पर भी भद्दी टिप्पणी करने लगे।

क्या बोले भाजपा प्रवक्ता?: न्यूज 18 के शो आर-पार में जब कांग्रेस के चरण सिंह सापरा ने भाजपा के गौरव भाटिया को सरकार का चीयरलीडर कहा, तो इस पर उन्होंने भड़कते हुए कहा, “अच्छा है सरकार का चीयरलीडर होना, रोहिंग्या का, पाकिस्तान का और चीन का चीयरलीडर होने से तो ये कहीं बेहतर है।” उन्होंने वैक्सीनेशन के आंकड़े गिनाते हुए कहा, “थोड़ा सा होमवर्क कर के आया करिए। उत्तर प्रदेश में 23 करोड़ जनसंख्या है और ये नहीं बताएंगे कि वहां भी महाराष्ट्र से दोगुनी वैक्सीन दी गई हैं।”

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा- गुजरात से करिए तुलना: भाटिया के तंज पर कांग्रेस नेता सापरा बोले- “आप गुजरात और महाराष्ट्र की तुलना क्यों नहीं करते? खुलेआम नजर आ रहा है कि नाजायज चीजें हो रही हैं। 13 करोड़ की जनसंख्या वाले महाराष्ट्र को भी 1 करोड़ वैक्सीन और 7 करोड़ की आबादी वाले राज्य को भी एक करोड़ वैक्सीन। ये कहां का न्याय है, ये नरेंद्र मोदी जी का न्याय है।”

एक-दूसरे के शीर्ष नेताओं पर साधा निशाना: इस पर गौरव भाटिया ने कहा कि आपको चुप हो जाना चाहिए। अभी मेरे इतने बुरे दिन नहीं आए हैं कि कांग्रेस का प्रवक्ता मुझे बताए कि मुझे आंकड़े कैसे देने हैं। इनको ये भी नहीं पता है कि पप्पू आज तक उसने कभी मीटिंग नहीं ली। पप्पू के पू-पू।

दूसरी तरफ कांग्रेस प्रवक्ता ने पलटवार करते हुए कहा, अरे गोंचू, इस तरह से बोलोगे तो गोंचू कहलाओगे। झांसाराम के गोंचू कहलाओगे। ये जान लीजिए कि बरसात में नाचने से कोई कौआ मोर नहीं हो जाता और दाढ़ी बढ़ाने से कोई टैगोर नहीं हो जाता। आप फैक्ट बता रहे हैं तो फैक्ट बताइए।