गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र में तबाही मचाने के बाद Cyclone Biparjoy अब कमजोर पड़ने के बाद एक गहरे दबाव के रूप में 16 जून की आधी रात को राजस्थान में जालोर और बाड़मेर के आस-पास के क्षेत्रों में प्रवेश कर गया है। मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि यह और कमजोर हो गया है और अब एक अवसाद बन गया है और उत्तर-पूर्व दिशा की ओर बढ़ रहा है।

गुजरात और राजस्थान में जमकर बारिश

बाड़मेर में चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव से तेज हवाएं चलीं और बारिश हुई। जगह-जगह भीषण जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति देखने को मिली। माउंट आबू में शुक्रवार से अब तक 333 मिमी बारिश हो चुकी है। राजस्थान के जालोर जिले के सांचोर में रविवार सुबह भारी बारिश के कारण एक छोटा बांध टूट गया। कुछ इलाकों के लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।

बिपरजॉय के बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान से धीरे-धीरे कम होकर एक दबाव क्षेत्र में तब्दील होने के बाद उत्तरी गुजरात के कुछ हिस्सों में पिछले 24 घंटे के दौरान बेहद भारी बारिश हुई। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि तुरंत कार्रवाई करते हुए बनासकांठा और पाटन जिले में निचले इलाकों में रहने वाले हजारों लोगों को सुरक्षित जगहों पर स्थानांतरित किया।

LIC ने की रियायतों की घोषणा

LIC ने बिपरजॉय चक्रवात से प्रभावित बीमा नीतियों और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के दावेदारों की कठिनाइयों को कम करने के लिए शनिवार को रियायतों की घोषणा की। एलआईसी ने एक बयान में कहा कि वह सहायता प्रदान करने के लिए प्रभावित लोगों से संपर्क कर रहा है, हालांकि चक्रवात से जानमाल का नुकसान कम रहा है। इस संबंध में राज्य सरकार के संबंधित मुख्य सचिव और अधिकारी से संपर्क करने के लिए मंडल स्तर पर नोडल अधिकारियों को नॉमिनेट किया गया है। एलआईसी ने बिपरजॉय चक्रवात के बाद किए गए दावों को ऑनलाइन जमा करने के लिए एक पोर्टल लिंक भी बनाया है।

1600 गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल

वहीं, दूसरी ओर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि यह गुजरात सरकार की एक बड़ी उपलब्धि है कि बिपरजॉय चक्रवात के कारण कोई जनहानि नहीं हुई। उन्होंने कहा कि 20 जून तक प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 1,600 गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है और जूनागढ़ और पोरबंदर जिलों में यह पूरी तरह से बहाल की जा चुकी है। गृह मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही फसलों, बागों और मछली पकड़ने वाली नौकाओं को हुए नुकसान का जायजा लेकर राहत पैकेज की घोषणा करेगी।

अमित शाह ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार ने मिलकर काम करते हुए सफलतापूर्वक चक्रवात का सामना किया। हम इस बात पर संतोष व्यक्त कर सकते हैं कि 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आए चक्रवात से किसी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। यह एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि चक्रवात के कारण केवल 47 लोग घायल हुए। हालांकि 234 मवेशियों की मौत हो गई।