बिहार में दो सीटों पर हुए उपचुनाव में कुशेश्वर अस्थान पर राजद को हार मिली तो तेज प्रताप का गुस्सा फूट पड़ा। बिहार आरजेडी चीफ जगदानंद, सुनील सिंह और संजय यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी की हार के लिए यही लोग जिम्मेदार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भाइयों को लड़वाने वाले अब खुद पार्टी से बाहर जाकर अपना रास्ता देखें।

उधर, हिमाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका देते हुए कांग्रेस ने तीनों विधानसभा सीटों फतेहपुर, अर्की और जुबल-कोटखाई के साथ मंडी लोकसभा सीट पर जीत हासिल कर ली है। चारों सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान 30 अक्टूबर को हुआ था। निर्वाचन आयोग द्वारा मंगलवार को घोषित चुनाव परिणाम के अनुसार, कांग्रेस ने अपनी फतेहपुर और अर्की सीटें बरकरार रखी हैं, जबकि जुबल-कोटखाई सीट भाजपा से छीनने में कामयाब हुई है।

मंडी लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी व कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह ने बीजेपी के कौशल ठाकुर को हरा दिया है। कौशल कारगिल युद्ध लड़ चुके हैं। बीजेपी ने इसी आधार पर उन्हें टिकट दिया था, लेकिन दांव चला नहीं। मंडी लोकसभा सीट से भाजपा के राम स्वरूप शर्मा ने 2019 लोकसभा चुनाव में 4 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। सीट का हारना पार्टी के लिए झटका है। उधर, हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर ने हार को स्वीकार करते हुए कहा कि महंगाई बड़ी वजह रही जिससे लोग नाखुश हुए।

हालांकि, बीजेपी के लिए नार्थ-ईस्ट से अच्छी खबर आई है। यहां एनडीए ने बेहतरीन जीत हासिल की है। असम में पांच सीटों के लिए उपचुनाव हुए थे। इनमें सारी सीटें बीजेपी की अगुवाई वाले गठबंधन ने जीती। सीएम हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि अब बीजेपी राष्ट्रीय दल है। पार्टी किसी भी सूबे में जीत हासिल कर सकती है। उनका कहना था कि आम चुनावों की तुलना में बीजेपी समर्थित दलों के प्रत्याशी ज्यादा बड़े अंतर से चुनाव जीते हैं। नार्थ-ईस्ट के लोगों पीएम मोदी में भरोसा जताया है।

नार्थ-ईस्ट के मेघालय में पूर्व फुटबालर ई लिंगदोह ने यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी के टिकट पर जीत हासिल की है। बीजेपी की सगयोगी पार्टी एनपीपी ने एक सीट जीती तो दूसरी पर आगे है। मिजोरम में एमएनएफ ने जीत हासिल की है। उपचुनाव में असम की पांच, बंगाल की चार, मप्र, मेघालय, हिमाचल की तीन-तीन, बिहार, राजस्थान, कर्नाटक की दो-दो और आंध्र प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, मिजोरम व तेलंगाना की एक-एक असेंबली सीट के लिए मतदान हुआ। दादरा नगर हवेली, मंडी और खांडवा की लोकसभा सीट पर भी उपचुनाव कराया गया था।