बिहार के गोपालगंज में हुए तिहरे हत्याकांड को लेकर सियासत गर्म है। शुक्रवार को पटना में सड़कों पर जोरदार हंगामा देखने को मिला। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव विधायकों संग गोपालगंज जाना चाह रहे थे लेकिन पुलिस ने उनका घर घेर लिया और साथ ही राजभवन की भी सुरक्षा बढ़ा दी। तेजस्वी यादव के काफिले में उनके भाई तेजप्रताप और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी मौजूद थे।

आरजेडी जदयू विधायक अमरेंद्र पांडेय की गिरफ्तारी की मांग कर रही है। इस मुद्दे को लेकर शुक्रवार सुबह पार्टी विधायकों से तेजस्वी यादव गोपालगंज के लिए निकले लेकिन प्रशासन ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य सरकार अपराधियों को पकड़े के बजाए हमें पीड़ित परिवार से मिलने से रोक रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि सरकार मुझे जाने की अनुमति नहीं दे रही है लेकिन गुंडा विधायक को हजार बाइक के साथ रैली निकालने से नहीं रोकती है।

हंगामे के बीच तेजस्वी यादव के अनुरोध पर विधानसभा अध्‍यक्ष ने आरजेडी के प्रतिनिधिमंडल को मिलने के लिए बुलाया है। विधानसभा अध्यक्ष से मिलने पहुंचे आरजेडी के प्रतिनिधिमंडल में तेजस्‍वी के साथ तेज प्रताप यादव, जगदानंद सिंह तथा आलोक मेहता शामिल हैं।

सीबीआई जांच की मांग: तेजस्वी यादव ने कहा कि हम गोपालगंज मारपीट करने नहीं जा रहे हैं। हम पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे हैं। शंभू मिश्रा और मुन्ना तिवारी की हत्या का भी विरोध कर रहे हैं। सरकार अगर चाहती है कि यह विरोध प्रदर्शन खत्म हो तो मामले की जांच सीबीआई को सौंपे क्योंकि हमें बिहार पुलिस पर भरोसा नहीं है।


क्या है मामला: बीते रविवार को  गोपालगंज के हथुआ थाना क्षेत्र के रुपनचक गांव में आरजेडी नेता जेपी यादव अपने आवास पर थे । इस दौरान कुछ बाइक सवार बदमाशों ने अंधाधुंध  फायरिंग की। इस दौरान आजेडी नेता के माता-पिता की मौत हो गई और आरजेडी नेता के भाई की भी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं,आरजेडी नेता का इलाज पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्‍पताल में जारी है।घायल आरजेडी नेता ने घटना में जेडीयू विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय, मुकेश पांडेय और सतीश पांडेय को इस हत्याकांड के लिए  जिम्मेदार बताया है। उनके खिलाफ नामजद एफआइआर दर्ज कराई है। हालांकि इस मामले उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई।