उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव में समाजवादी जनता दल जनतांत्रिक (एसजेडीडी), राकांपा और पीए संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के साथ तीसरे मोर्चे के रूप में एक विकल्प प्रस्तुत करने की घोषणा की है।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने इन दलों के नेताओं के साथ साझा पत्रकार सम्मेलन में गुरुवार को कहा, ‘हम बिहार विधानसभा चुनाव पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव की एसजेडीडी, एनसीपी और एनपीपी के साथ तीसरे मोर्चे के रूप में लड़ेंगे’।

एसजेडीडी के नेता देवेंद्र यादव ने कहा, ‘तीसरे मोर्चे की समन्वय समिति की बैठक शुक्रवार को पटना में होने वाली है जिसमें पहले चरण की सीटों के उम्मीदवारों के बारे में फैसला ले लिया जाएगा क्योंकि पहले चरण की 49 सीटों के लिए नामांकन की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है। इन सीटों के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 23 सितंबर है। इस मौके पर राष्ट्रीय जनता दल के दिग्गज नेताओं में रहे रघुनाथ झा ने औपचारिक रूप से समाजवादी पार्टी में शामिल होने की घोषणा की।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल में उन्हें समुचित सम्मान नहीं मिल रहा था और वे समाजवादी पार्टी में शामिल करने के लिए इसके मुखिया मुलायम सिंह यादव को धन्यवाद देते हैं। तीसरे मोर्चे की तरफ से मुख्यमंत्री पद के संभावित उम्मीदवार के बारे में पूछने पर रामगोपाल ने कहा कि इस संबंध में अभी कोई फैसला नहीं हुआ है।

लालू यादव और नीतीश कुमार के महागठबंधन से अलग हो जाने के बारे में पूछने पर रामगोपाल ने फिर दोहराया कि पार्टी का विलय संभव नहीं था। विरोधियों के इस आरोप पर कि सपा बिहार में भाजपा की मदद कर रही है रामगोपाल ने कहा, ‘उन्हें आरोप लगाने दीजिए। राजनीति में ऐसे आरोप लगते रहते हैं’।

रघुनाथ झा के साथ ही गुरुवार को जनता दल (एकी) के विधान परिषद सदस्य मुन्ना सिंह भी समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। पांच चरणों में हो रहे चुनाव में बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए 12, 16 और 28 अक्तूबर और पहली और पांच नवंबर को मतदान होगा। इन चुनावों में एनडीए का नेतृत्व कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल (एकी) और कांग्रेस के महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की लोकप्रियता की परख होनी है।