पहले की गई पेशकश से ज्यादा सीटें मिलने के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए राजग सहयोगियों के बीच हुए सीट बंटवारे से वह ‘पूरी तरह संतुष्ट’ हैं।

मांझी ने लोक जनशक्ति पार्टी :लोजपा: के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान से अपने कथित मतभेदों पर विराम लगाने की भी कोशिश की। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा-सेक्यूलर (हम-सेक्यूलर) के अध्यक्ष मांझी ने कहा, ‘भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की ओर से घोषित सीट साझेदारी के मुद्दे पर फैसले से मैं पूरी तरह संतुष्ट हूं। हम सब राजग की जीत के लिए काम कर रहे हैं और सीट साझेदारी पर हुआ फैसला सभी को स्वीकार्य है।’

यह पूछे जाने पर कि वह लोजपा, जिसके एक भी विधायक बिहार विधानसभा में नहीं हैं, से कम सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए क्यों तैयार हुए, इस पर मांझी ने कहा कि उनकी पार्टी ने शाह के समक्ष इस मुद्दे को उठाया था लेकिन उनकी ओर से घोषित निर्णय को स्वीकार किया गया है। उन्होंने कहा, ‘मैंने पहले ही नरेंद्र मोदी को अपना समर्थन बिना शर्त दिया था और उन्हें (भाजपा) कहा था कि यदि एक भी सीट की पेशकश नहीं की जाती, तो भी मैं राजग में ही रहूंगा।’

Also Read: Bihar Elections 2015 भाजपा उम्मीदवारों की पहली सूची आज: मतभेद मिटे, माने मांझी 

 

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सीट साझेदारी फार्मूले की घोषणा में इसलिए देरी हुई क्योंकि उनकी पार्टी के कोर ग्रुप के कुछ सदस्य पटना में थे। यह पूछे जाने पर कि क्या पासवान से उनके मतभेद खत्म हो गए, इस पर मांझी ने कहा, ‘उन्होंने मुझे बताया कि उन्हें मुझसे कोई शिकायत नहीं है और एक विमान यात्रा के दौरान उन्होंने सारी बातें बताई। मामला यहीं खत्म होता है।’

यह पूछे जाने पर कि क्या वह समझते हैं कि लोजपा को एक परिवार चला रहा, इस पर मांझी ने कहा, ‘यदि कोई परिवार राजनीति में रहने के लिए सक्षम है तो किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।’ यह पूछे जाने पर कि उनके और पासवान में बड़ा नेता कौन है, इस पर ‘हम-से’ के नेता ने कहा, ‘यह तय करना लोगों का काम है।’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह भी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, इस पर मांझी ने कहा, ‘मैं इस पर विचार कर रहा हूं। जल्द ही फैसला करूंगा।’