नीतीश कुमार ने रविवार सुबह बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भाजपा के समर्थन से बिहार में नयी सरकार बनाने का दावा पेश किया। बिहार में जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच सम्राट चौधरी को राज्य में भारतीय जनता पार्टी विधायक दल का नेता और विजय कुमार सिन्हा को उपनेता चुना गया। इसके साथ ही भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को राज्य में बनने वाली एनडीए की नयी सरकार में उप मुख्यमंत्री बनाए जाने की संभावना है। आइये जानते हैं कौन हैं भाजपा नेता विजय कुमार सिन्हा जो नीतीश कुमार के साथ लेंगे मंत्री पद की शपथ।
भारतीय जनता पार्टी के नेता विजय कुमार सिन्हा 2010 से बिहार के लखीसराय विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। वह 25 नवंबर 2020 से 24 अगस्त 2022 तक बिहार विधानसभा के अध्यक्ष थे। विजय ने वर्तमान सत्तारूढ़ महागठबंधन द्वारा उनके खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
आरएसस बैकग्राउंड से आते हैं विजय कुमार सिन्हा
भाजपा नेता विजय सिन्हा बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रहे थे। नीतीश के साथ भाजपा गठबंधन में वह बिहार विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। साल 2017 से 2020 के दौरान बिहार की गठबंधन सरकार में वह श्रम संसाधन मंत्री की भूमिका भी निभा चुके हैं। वह आरएसस बैकग्राउंड से आते हैं। साल 1967 में जन्मे सिन्हा ने 1982 में ही आरएसएस ज्वाइन कर लिया था। वह एएन कालेज में स्नातक के दौरान एबीवीपी के सक्रिय सदस्य रहे। उन्होंने बेगूसराय के पॉलिटेक्निक कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा हासिल किया। विजय 1985 में बिहार पॉलिटेक्निक छात्र संघ के सचिव रहे।
2005 में पहली बार बने भाजपा विधायक
विजय सिन्हा भूमिहार समुदाय से आते हैं। पहली बार 2013 में उन्हें भाजपा का प्रवक्ता बनाया गया। इससे पहले साल 2000 में वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश संगठन प्रभारी भी रहे। 2004 में बीजेपी प्रदेश कार्य समिति के सदस्य बने। वह इसके बाद बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री और बेगूसराय और खगड़िया के क्षेत्रीय प्रभारी का जिम्मा भी संभाला। 2005 में विजय सिन्हा को पहली बार लखीसराय से विधायक चुना गया। 2010 से वह लगातार इस सीट से विधायक हैं। 2017 में विजय कुमार सिन्हा नीतीश सरकार में मंत्री भी रहे।
सीएम नीतीश और विजय सिन्हा के अच्छे नहीं रहे संबंध
मार्च 2022 में स्पीकर सिन्हा और सीएम नीतीश के बीच इस बात पर तीखी नोकझोंक हुई कि क्या सरकार द्वारा जांच किया जा रहा मामला, जिसे विशेषाधिकार समिति को भी भेजा गया था, उसे सदन के पटल पर बार-बार उठाया जा सकता है। नीतीश ने अपनी नाराजगी तब जाहिर की जब विजय सिन्हा ने कैबिनेट मंत्री बिजेंद्र यादव से दूसरी बार सिन्हा के निर्वाचन क्षेत्र लखीसराय में पुलिस कार्रवाई से जुड़ी एक घटना में उठाए गए कदमों से सदन को अवगत कराने को कहा। दोनों के बीच एक बार और टकराव जुलाई 2022 में बिहार विधानसभा की सालगिरह समारोह के अवसर पर हुआ, जब भेजे गए निमंत्रणों से सीएम का नाम हटाने का तत्कालीन अध्यक्ष का निर्णय था।
नई सरकार में इन्हें मंत्री बनाए जाने की संभावना
बिहार में भाजपा के प्रभारी विनोद तावड़े ने नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कहा, ‘‘आज हुई विधायक दल की बैठक में भाजपा विधायकों ने जेडीयू के समर्थन से राज्य में एनडीए सरकार बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता और विजय सिन्हा को उपनेता चुना गया।’’ भाजपा के वरिष्ठ नेता तारकिशोर प्रसाद ने भी ‘पीटीआई’ को बताया कि उपमुख्यमंत्री पद के लिए सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा पार्टी की निश्चित रूप से पसंद होंगे। एक अन्य भाजपा नेता ने बताया कि पार्टी के जिन अन्य नेताओं को नई सरकार में मंत्री बनाए जाने की संभावना है, उनमें नितिन नवीन, शाहनवाज हुसैन, रामप्रीत पासवान, नीरज सिंह बबलू, सुमित सिंह, श्रवण कुमार और संतोष सुमन शामिल हैं।