लगातार सर्द हो रहे मौसम के बीच बिहार की राजनीति में गर्माहट बढ़ रही है। तमाम राजनीतिक चर्चाओं के बीच केंद्रीय मंत्री और एनडीए के सहयोगी जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान दिया है। जीतन राम मांझी ने कहा है कि राजद के 12 नेता भाजपा के संपर्क में हैं। उन्होंने पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद के नेता तेजस्वी यादव के उस बयान का जवाब दिया जिसमें तेजस्वी ने कहा था कि जदयू के चार नेता हमारे संपर्क में हैं।

तेजस्वी यादव ने यह भी कहा था कि बिहार में सरकार नीतीश कुमार नहीं चला रहे हैं बल्कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह चला रहे हैं।

तेजस्वी के बयानों का जवाब देने के साथ ही जीतन राम मांझी ने कहा कि एनडीए मिलकर बिहार में 2025 का विधानसभा चुनाव लड़ेगा और इसका नेतृत्व नीतीश कुमार करेंगे। मांझी ने कहा कि उनकी पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा का पूरा समर्थन नीतीश कुमार के साथ है। मांझी ने नीतीश कुमार को भारत रत्न दिए जाने की भी मांग की।

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कैसे शुरू हुई राजनीतिक चर्चा?

बिहार में राजनीतिक चर्चाओं का दौर तब शुरू हुआ जब कुछ दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार में अगला चुनाव नीतीश कुमार के चेहरे पर लड़ने के सवाल के जवाब में कहा कि इस मामले में पार्लियामेंट्री बोर्ड फैसला लेगा। इसके बाद अचानक नीतीश कुमार ने अपने कुछ कार्यक्रमों को रद्द कर दिया। हलचल बढ़ते ही जेडीयू और बीजेपी के नेताओं की बैठक हुई और इसमें सभी ने नीतीश के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया।

इसके बाद भाजपा नेता और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने भी कहा कि अगला चुनाव सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा और इसे लेकर कहीं कोई भी प्रॉब्लम नहीं है। इसके बाद नीतीश कुमार ने भी कार्यक्रमों में भाग लेना शुरू किया। इस बीच केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने सीएम नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की मांग की।

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बताना होगा कि नीतीश कुमार कई बार महागठबंधन और बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना चुके हैं।

राजद विधायक बोले- हो सकता है खेला

इसके अलावा जब राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के करीबी विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि बिहार में खेला हो सकता है तब भी पटना में हलचल शुरू हुई थी। उन्होंने कहा था कि राजनीति में कोई भी स्थाई दोस्त या दुश्मन नहीं होता। राजद विधायक ने कहा था कि अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सांप्रदायिक ताकतों को छोड़कर हमारे साथ आएंगे तो हम उनका स्वागत करेंगे।

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राजद विधायक के इस बयान की वजह से बिहार में राजनीतिक पारा चढ़ गया था। उनके इस बयान पर भाजपा नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा था कि बिहार में दोबारा जंगल राज की वापसी नहीं होगी।