बिहार में एनडीए से अलग चुनाव लड़े रहे एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान को वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष ने भाजपा का ‘मोहरा’ बताया है। उन्होंने कहा कि चिराग को अगर पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह एक फोन कर दें तो वो अपनी चुनावी सभाओं में नीतीश कुमार पर एक शब्द नहीं बोलेंगे। उन्होंने चिराग के अलग चुनाव लड़ने को एलजेपी और भाजपा की मिलीभगत की बताया। आशुतोष ने कहा कि दोनों दल मिलकर नीतीश कुमार को कमजोर कर रहे हैं।

पत्रकार आशुतोष ने टीवी चैनल आजतक के डिबेट शो ‘दंगल’ में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि भाजपा और एलजेपी के बीच मिलीभगत है। दोनों मिलकर नीतीश कुमार को कमजोर कर रहे हैं। अन्यथा एक फोन कॉल पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह या भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान के पास चला जाए, इसके बाद एलजेपी कहीं भी किसी भी तरह से नीतीश कुमार के खिलाफ एक शब्द का इस्तेमाल नहीं करेगी।

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आशुतोष ने कहा कि मौजूदा समय में बिहार में लड़ाई सिर्फ ये है कि अगर भविष्य में नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जेडीयू कमजोर होती है तो भाजपा के लिए रास्ता साफ हो जाएगा। बिहार में जब तक नीतीश और उनकी पार्टी मजबूत है तब तक भाजपा के लिए मुश्किल रहेगी। उन्होंने कहा कि कोई भी पार्टी क्षेत्रीय पार्टी के साथ लंबे समय तक बनी नहीं रह सकती।

बकौल आशुतोष उत्तर भारत में बिहार अकेला राज्य है जहां भाजपा अपने दम पर सरकार नहीं बना पाई है। इसके बगल में ही यूपी है जहां भाजपा ने अपने दम पर सरकार बनाई। भाजपा 15 साल नीतीश कुमार को झेलने के बाद आगे क्यों झेलेगी?

चिराग पासवान, नीतीश कुमार से मतभेद के चलते एनडीए गठबंधन अलग चुनाव लड़ रहे हैं। अपनी चुनावी सभाओं में वो नीतीश कुमार को निशाने पर लेते रहे हैं। हालांकि भाजपा पर उनका रुख नरम है। उल्लेखनीय है कि बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों का मतदान हो चुका है और सात नवंबर को तीसरे और आखिरी चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। मतों की गणना दस नवंबर को होगी।