लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन सीट शेयरिंग फोर्मूले पर मंथन में जुटा है। इस बीच बिहार से किसके पास कितनी सीट होंगी इस सवाल से जुड़ी खास चर्चा सामने आ रही है। चर्चा की वजह राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ बिहार कांग्रेस के नेताओं की तीन घंटे चली बैठक है। इस बैठक के दौरान बिहार कांग्रेस के सभी शीर्ष पार्टी नेता शामिल थे और सबको बारी-बारी से सुना गया है।

चर्चा यह भी है कि कांग्रेस बिहार में 8 से 9 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है और इसपर मंथन हो रहा है। बिहार लोकसभा में 40 सीटें हैं, जिनमें से 17 बीजेपी के पास हैं।

बिहार कांग्रेस अध्यक्ष ने क्या कहा?

बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद ने कहा कि हमें पता था कि हम गठबंधन के साथ चुनाव लड़ेंगे। इसके लिए अब हर पार्टी को लचीला होना होगा। उन्होंने सीट शेयरिंग को लेकर कहा, “जहां तक सीटों का सवाल है, तभी गठबंधन सफल होगा जब सभी दल आपस में सहमत होंगे।” अखिलेश प्रसाद ने यह बयान दिल्ली में पार्टी आलाकमान से मुलाकात के बाद दिया है।

मीटिंग की क्या वजह थी? कांग्रेस नेता ने बताया

बिहार कांग्रेस नेता शकील खान ने कहा कि इस बैठक में हुई चर्चा का विषय यह था कि हमें भाजपा को वैचारिक और राजनीतिक रूप से हराना है।

गठबंधन और उसके उद्देश्यों के बारे में बात करते हुए शकील खान ने कहा, “हम व्यावहारिक रूप से अपनी स्थिति के बारे में सोचेंगे और निर्णय लेंगे, लेकिन हम लक्ष्य के लिए एकजुट हैं। हमने आगे विभिन्न राज्यों, विशेषकर बिहार में इंडिया गठबंधन की स्थिति के बारे में चर्चा की है और अब हम अपने सहयोगियों से चर्चा करेंगे।” हालांकि बिहार में सीट बंटवारा कांग्रेस के लिए इतना आसान नजर नहीं आता है, क्योंकि RJD और JDU प्रदेश में पहले से मजबूत स्थिति में हैं, कांग्रेस के लिए इन दोनों दलों के साथ गहन-मंथन कर ही राह आसान होगी।