बिहार के कैमूर जिले में अब शोहदों यानी मनचलों की खैर नहीं होगी। महिला पुलिस की स्पेशल टीम ‘शेरनी’ सादे कपड़ों में सार्वजनिक स्थानों पर तैनात होंगी। इन महिलापुलिसकर्मियों को मार्शल आर्ट्स भी आता है। इस इलाके में महिला के साथ छेड़छाड़ की बढ़ती घटना के बीच यह कदम उठाया गया है। इस साल जनवरी से जून के बीच में बिहार के कैमूर में रेप के 15 और छेड़छाड़ के 42 मामले दर्ज किए गए हैं। कुछ लड़कियों के अभिभावकों ने पुलिस से इस बात की गुहार लगाई थी कि उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जाए जिसके बाद पुलिस ने यह कदम उठाया।

इस टीम में 25 से 30 साल की उम्र की महिला पुलिसकर्मी हैं। कहा जा रहा है कि महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती से अपराध तो कम होंगे ही। इसके साथ ही जो महिला झिझक के चलते शिकायत दर्ज नहीं कराती हैं। वह महिला पुलिसकर्मियों को अपनी शिकायत बता सकेंगी। 22 अक्टूबर जब शेरनी टीम की शुरुआत हुई थी।उस दिन ही महिला पुलिसकर्मियों ने तीन लोगों को लड़कियों से छेड़छाड़ करते हुए पकड़ा था। इसके बाद उनके अभिभावकों को बुलाया गया था और मनचलों ने लिखित में माफी मांगी थी और दोबारा ऐसा नहीं करने को कहा था।

गौरतलब है कि देश के अन्य शहरों ने भी महिला पुलिस अधिकारियों की विशेष टीमें बनाई गई है। अगस्त में दिल्ली पुलिस ने बाइक, वायरलेस सेट, सुरक्षा दल के साथ एक महिला पेट्रोलिंग स्क्वाड गठित किया था। जयपुर में मनचलों को पकड़ने के लिए निर्भया स्क्वाड बनाया गया है।